जानकारी के अनुसार, अतीक के सक्रिय सहयोगियों और करीबी सदस्यों के खिलाफ विभिन्न थानों में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब इन मामलों की जांच में तेजी लाकर आरोपियों के आर्थिक स्रोतों और संपत्ति की जानकारी जुटा रही है।
प्रशासन का फोकस इस बात पर है कि गैंग को दोबारा संगठित करने की कोशिशों में कौन-कौन लोग शामिल हैं, किस तरह से विवादित संपत्तियों पर कब्जा कर अवैध धन अर्जित किया जा रहा है, और इसके पीछे किसका हाथ है। पुलिस टीमें राजस्व विभाग, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA), नगर निगम, आरटीओ समेत अन्य विभागों की मदद से संपत्तियों की जांच करेंगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सिर्फ अतीक गैंग ही नहीं, बल्कि अन्य माफियाओं और उनके सहयोगियों की संपत्तियों की भी निगरानी की जा रही है। गैंगस्टर एक्ट के तहत अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई जल्द की जाएगी।