गिर जाता है उत्पादन सीकर कृषि खंड के चार जिलों में खरीफ सीजन में मूंगफली में जड़ गलन रोग से 35,000 हेक्टेयर, ग्वार का करीब 65 हजार और चंवळा का करीब 23 हजार हेक्टैयर क्षेत्र प्रभावित है। किसानों का कहना है कि अगर अगले 10-12 दिन में अच्छी बारिश नहीं हुई, तो फसलों में रोग-कीट का प्रकोप और बढ़ जाएगा, जिससे पैदावार में 20-30 प्रतिशत तक की गिरावट संभव है। रोग कीट का प्रकोप दलहन की फसलों में होता है। किसानों के अनुसार नमी के कारण जुलाई माह में जमीन में दबे अंडों से कीट बाहर निकलने लगते है। जिससे दलहन की फसल प्रभावित होती है। ऐसे में साहूकारों से ब्याज लेकर फसल बोने वाले किसानों की चिंताएं बढ़ गई है।
फैक्ट फाइल सीकर जिला ज्वार-522 बाजरा-253429 मूंग-36457 मोठ-1563 चवंळा-13294 मूंगफली-29784 तिल-176 ग्वार-97729 इनका कहना है मानसून की बम्पर बारिश के कारण खरीफ की फसलों की बढ़वार अच्छी हुई लेकिन अब बारिश की कमी के कारण खरीफ की फसलों में रोग कीट का प्रकोप नजर आ रहा है। जल्द ही बारिश नहीं हुई तो फसलों के उत्पादन पर विपरीत असर पड़ेगा। इस संबंध में फील्ड स्टॉफ से जानकारी मांगी जा रही है।
एसआर कटारिया, अतिरिक्त निदेशक कृषि खंड सीकर