बुमराह अगर एशिया कप 2025 में भाग नहीं लेते हैं इसके फायदें भी हैं। चलिए उन 5 फांयदों पर नजर डालते हैं, जो बुमराह के एशिया कप में न खेलने से होने वाले हैं।
T20 World Cup 2026 की बेहतर तैयारी
एशिया कप में अगर बुमराह नहीं खेलते हैं तो युवाओं और अन्य गेंदबाजों पर ज्यादा जिम्मेदारी होगी और जनवरी 2026 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में खेलने से पहले उन्हें आराम का वक्त भी मिल जाएगा, जिस सीरीज को टी20 विश्व कप 2026 के लिए ड्रेस रिहर्सल माना जा रहा है।
चोट से बचने में मिलेगी मदद
एशिया कप को सबसे ज्यादा बार जीतने वाली टीम कोई और नहीं बल्कि भारत है। इस सीरीज में बुमराह नहीं खेलते हैं तो उन्हें चोट से बचने में मदद मिल सकती है और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मैच दर मैच जो उनकी स्पीड कम हो रही थी, उसे हासिल करने में मदद मिलेगी। एशिया कप जैसे टी20 टूर्नामेंट में न खेलने से उन्हें पर्याप्त आराम का समय मिलेगा, जिससे उनकी फिटनेस बरकरार रहेगी।
टेस्ट पर ध्यान केंद्रित करने में मिलेगी मदद
जसप्रीत बुमराह दुनिया के सबसे बेहतरीन टेस्ट बॉलर में से एक हैं। अगर वह एशिया कप जैसे टी20 टूर्नामेंट से दूर रहते हैं तो वह WTC के मुकाबलों पर अपना ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। बुमराह वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए फिट और तरोजाता रह सकते हैं।
अन्य गेंदबाजों को मिलेगा मौका
एशिया कप 2025 में अगर जसप्रीत बुमराह नहीं खेलते हैं तो मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे अन्य तेज गेंदबाजों को टी20 में आजमाने का मौका मिलेगा। इससे इन खिलाड़ियों पर भी जिम्मेदारी बढ़ेगी और बुमरार पर से डिपेंडेंसी कम होगी, जो आने वाले समय में टीम इंडिया के लिए काफी फायदेमंद होगा।
नया हथियार तलाशने का मौका मिलेगा
बुमराह के न खेलने से उतनी जगह नए खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है। इससे टी20 वर्ल्डकप से पहले टीम इंडिया को नया तेज गेंदबाजी हथियार तलाशने का मौक मिलेगा, जो भारत के आने वाले भविष्य के लिए बेहतर होगा।