कहां पड़ेगा सबसे ज्यादा असर?
उत्तर पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सिवान, सारण और गोपालगंज में 18 और 19 अगस्त को तापमान 34–36 डिग्री तक रहने की संभावना है। इसी तरह उत्तर मध्य बिहार (सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर व शिवहर) तथा उत्तर-पूर्व बिहार (सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया व कटिहार) में भी यही स्थिति देखने को मिलेगी।
कैसा रहेगा बारिश का पैटर्न
18 अगस्त को उत्तर-पश्चिम और पूर्वी जिलों में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश और आंधी-तूफान की संभावना जताई गई है। 19 अगस्त को भी उत्तर बिहार के कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं। हालांकि, 20 अगस्त को उत्तर और दक्षिण, दोनों हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश और तेज हवा चल सकती है। इस दौरान हवा की रफ्तार 30-40 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
IMD का क्या है अलर्ट
मौसम विभाग ने 18 और 19 अगस्त को उत्तर बिहार के अलावा दूसरे जिलों में वज्रपात और तेज हवाओं को लेकर सतर्क रहने की अपील की है। 20 अगस्त को दक्षिण बिहार में भी ऐसी ही स्थिति बन सकती है। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अगले 3 दिन तक खेतों में काम करते समय सतर्क रहें और बिजली गिरने की आशंका होने पर तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
लोगों को क्या रखना होगा ऐहतियात
तेज उमस और तपन के कारण उत्तर बिहार के शहरों और कस्बों में दिन के समय बाहर निकलना मुश्किल होगा। वहीं, रात में भी न्यूनतम तापमान 28 डिग्री के आसपास रहने से उमस कम नहीं होगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस दौरान हल्के और ढीले कपड़े पहनें, पानी ज्यादा पिएं और दोपहर के समय धूप में निकलने से बचें।