बरसात के पानी का जायजा लेते अधिकारी। फोटो- पत्रिका
राजस्थान के पाली जिले में बुधवार को मेघों ने मारवाड़ क्षेत्र में मेहरबानी की। जैतारण, रायपुर तहसील क्षेत्र में सबसे अधिक बरसात 7 इंच दर्ज की गई। वहां शहर की सड़कें दरियां में तब्दील हो गई। सोजत में भी 6 इंच पानी बरसने से नदियों में उफान आ गया। मारवाड़ जंक्शन क्षेत्र में 3 इंच से अधिक बरसात दर्ज की गई। इन सभी क्षेत्रों में अंडरपास सहित सड़कों पर पानी का भराव होने से आवागमन बाधित रहा।
सिंचाई विभाग के अनुसार सुबह आठ से शाम पांच बजे तक बाली ब्लॉक में 9 एमएम, सुमेरपुर में 6 एमएम, पाली में 22 एमएम, देसूरी में 20 एमएम, मारवाड़ जंक्शन में 77.5 एमएम, रोहट में 10 एमएम, सोजत में 149 एमएम, रानी में 24 एमएम बरसात दर्ज की गई। पाली शहर में सुबह से रिमझिम बरसात का दौर शुरू हो गया। जो रात तक जारी रहा। कई बार मूसलाधार बरसात की आस जगी, लेकिन हुई नहीं।
बच्ची की मौत
वहीं आनंदपुर कालू कस्बे में चौकीदारों की ढाणी में एक कच्चे झोपड़े में बरसात का पानी घुस जाने पर एक वर्ष की बच्ची की डूबने से मौत हो गई। बालिका का शव पोस्टमार्टम के लिए आनंदपुरकालु राजकीय अस्पताल में रखवाया है। आनंदपुरकालु निवासी सेठूराम चौकीदार ने बताया कि वह अपने खेत में बने झोपड़े में रहते हैं।
बुधवार को हुई बरसात का पानी झोपड़े में आने से रोकने में जुटे हुए थे, तब उनकी एक वर्ष की पुत्री अनीता चारपाई पर सो रही थी। बारिश का पानी झोपड़ी में आने से अनीता की डूबने से मौत हो गई। अनीता को अस्पताल लाए तब डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची का पोस्टमार्टम शाम होने के कारण नहीं हुआ। पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया।
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तेज पानी के बहाव से बाहर निकाला
वहीं सोजत के बगड़ी थाना क्षेत्र के उदेशी कुआं नदी में बारिश के चलते तेज बहाव के कारण नदी के समीप रेवड चरा रहे सोहनलाल बावरी व उसकी पत्नी इंद्रादेवी सहित बकरियां पानी में फंस गई। सूचना पर बड़ा गुड़ा चौकी एएसआई प्रहलादसिंह व हेड कांस्टेबल चेनाराम मौके पर पहुंचे। चारपाई पर रस्सा बांधकर सोहनलाल व उनकी पत्नी इंद्रादेवी एवं 15 बकरियों को ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद पानी के तेज बहाव से सुरक्षित बाहर निकाला।