गर्भवती व बुजुर्गो के लिए खतरनाक हो सकता है कोविड का जेएन-१ वेरिएंट
-बीएमसी के वायरोलॉजी विभाग के एक्पर्ट से साक्षात्कार


दमोह. देश में कोरोना महामारी एक बार फिर आने के संकेत दे रही है। २४ घंटे में ३००० से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। इस महामारी को लेकर पत्रिका ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर के वायरोलॉजी लैब के प्रभारी व एक्सपर्ट से बात की। जानने की कोशिश की है कि क्या कोविड का जेएन-१ वेरिएंट खतरनाक और जानलेवा है? क्या यह वायरस तेजी से एक-दूसरे में फैल सकता है। सीवियर निमोनिया के केस में क्या यह जानेलवा है। इन तमाम बिंदुओं पर एक्सपर्ट ने अपनी बात रखी।
सवाल: क्या यह जेएन-१ वेरिएंट खतरनाक है?
जवाब: नहीं। यह बात सही है कि कोरोना के मरीज तेज से बढ़ रहे हैं। २४ घंटे में तीन हजार मरीज सामने आ चुके हैं। हालांकि अभी तक जितने केस सामने आए हैं। उनमें सीवियर केस नहीं मिले हैं।
सवाल: क्या यह वेरिएंट तेजी से फैलता है?
जवाब: जी हां, इस बार कोविड का जो वेरिएंट है। वह काफी तेजी से फैलता है। ऐस मरीजों के संपर्क में आने वाले कोविड के शिकार हो रहे हैं।
सवाल: इसके लक्षण क्या हैं?
जवाब: कोविड के लक्षण वहीं है। इसमें उल्टी की इच्छा होना, दस्त, हाथ पैर में दर्द, कमजोरी आना, सर्दी-जुकाम होना आदि शामिल हैं।
सवाल: किस वर्ग के लिए यह खतरनाक है?
जवाब: यह वेरिएंट बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसान पहुंचा सकता है। दमे की बीमारी वाले मरीजों को इससे सावधान रहने की जरूरत है। सीवियर निमोनिया के केस में यह जानलेवा हो सकता है।
सवाल: बचाव के लिए क्या-क्या सावधानी जरूरी है?
जवाब: कोविड गाइड लाइन जो पहले थी। उसी का पालन करना होगा। हाथों को सेनीटाइजर से साफ करना, दूरी बनाकर रखना, सर्दी जुकाम के मरीजों से दूर रहना है। लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से इलाज कराना जरूरी है।
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