आसियान देशों के साथ वार्ता के बारे में उनका कहना था कि यह इसका दूसरा संस्करण है जो पहली बार भारत में आयोजित हो रहा है। हम आसियान देशों के साथ मिलकर भारतीय समुद्री क्षेत्र में क्रूज विकास संभावनाओं को पूरी तरह तराशेंगे। दो दिनी वार्ता के दौरान आपसी अनुभव साझा किए जाएंगे। हमारा लक्ष्य 2029 तक एक मिलीयन क्रूज यात्रियों को छूना है। इस क्षेत्र में हम ईस्ट और वेस्ट दोनों में अव्वल होने के लक्ष्य को लेकर चल रहे हैं। उसी विजन को लेकर निजी सहभागिता को बढ़ावा देते हुए ईको सिस्टम भी तैयार किया जा रहा है।
पर्यावरणीय प्रभाव और रोजगार सृजन के बिन्दुओं पर केंद्रीय मंत्री का कहना था कि क्रूज पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की व्यापक संभावनाएं हैं। जहां तक पर्यावरणीय प्रभाव की बात है हम जीरो कार्बन नीति पर कार्य कर रहे हैं। ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देना इसमें शामिल है। देश के बंदरगाहों में ग्रीन टग की शुरुआत इसका उदाहरण है।
इससे पहले चेन्नई पोर्ट प्राधिकरण के चेयरमैन सुनील पालीवाल ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने यहां पोर्ट पर अस्सी करोड़ की विकास योजनाओं का शिलान्यास किया है। साथ ही ग्रीन टग सेवा की शुरुआत की है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्रालय के सचिव टी. के. रामचंद्रन, विशेष सचिव राजेश सिन्हा और पोर्ट प्राधिकरण के उप चेयरमैन एस. विश्वनाथन उपिस्थत थे।