अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश वर्मा ने चौहान को गिरफ्तार किया है। चौहान पर पुष्कर नगर परिषद के जेईएन रामनिवास मीणा के 2 लाख रुपए की रिश्वत प्रकरण में लिप्तता सामने आई थी। हालांकि मीणा के ट्रेप होने से ठीक एक दिन पहले एईएन चौहान को एपीओ कर दिया गया। जेईएन मीणा ने टेंडर के बिल का भुगतान करने की एवज में ठेकेदार विष्णु गुप्ता से 2.60 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इसमें 50 हजार रुपए की रकम एईएन चौहान लेकर जयपुर चला गया था।
पहले जेईएन-जमादार गिरफ्तार
एसीबी की पड़ताल में सामने आया कि 16 फरवरी को शिकायत का सत्यापन हुआ। जेईएन रामनिवास ने रुपए चचेरे भाई व जमादार महेश मीणा को दिलाए लेकिन एसीबी की भनक लगने पर महेश रिश्वत की रकम लेकर फरार हो गया था। गतदिनों महेश मीणा को भी एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन उससे रिश्वत की रकम बरामद नहीं हो सकी।
रिपोर्ट की एवज में मांगी थी रिश्वत
जेईएन रामनिवास मीणा ने ठेकेदार विष्णु गुप्ता से नगर परिषद में कराए काम के बिल व क्वालिटी कन्ट्रोल की रिपोर्ट के साथ फोटो पर साइन करने के बदले 2.60 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार विष्णु गुप्ता का बकाया बिल 12 लाख 33 हजार रुपए था। इसमें 8.50 लाख रुपए का भुगतान हो चुका था। शेष राशि के भुगतान के लिए मीणा ने 2 लाख रुपए बतौर कमीशन मांगे। एईएन मुकेश चौहान के लिए क्वालिटी कंट्रोल व मौके के फोटो पर साइन करने की एवज में 60 हजार रुपए की मांग की थी। ठेकेदार गुप्ता से 2.50 लाख में बातचीत हुई थी।