कहां हुई गड़बड़ी?
सिरसा का आरोप है कि जिन गाड़ियों की बाजार कीमत लगभग 37 लाख रुपये थी और जिन पर निर्माता कंपनी 10 लाख रुपये तक की छूट देने को तैयार थी, उन्हें पंजाब सरकार ने 47 लाख रुपये प्रति गाड़ी में खरीदा। यदि यह आंकड़ा सही है तो एक गाड़ी पर लगभग 10 लाख रुपये का अंतर पड़ता है। 144 गाड़ियों की खरीद पर यह आंकड़ा सीधे-सीधे 14 करोड़ रुपये तक जा पहुंचता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की भूमिका पर भी सवाल
मनजिंदर सिंह सिरसा ने यह मुद्दा महज सार्वजनिक रूप से नहीं उठाया, बल्कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक आधिकारिक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने इनवॉइस की कॉपियां भी संलग्न की हैं। उन्होंने पत्र में लिखा, “मैं आपको गाड़ियों की इनवॉइस भेज रहा हूं। जनता को बताएं कि प्रति गाड़ी 10 लाख रुपये अधिक क्यों दिए गए?” उन्होंने यह भी आशंका जताई कि इस खरीद-फरोख्त में मुख्यमंत्री कार्यालय के कुछ अधिकारियों की भी भूमिका हो सकती है। उन्होंने पूरे प्रकरण की स्वतंत्र और पारदर्शी जांच की मांग की है।
प्रक्रिया पर भी खड़े हुए सवाल
इस मामले ने सरकारी खरीद प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या इस खरीद में उचित टेंडर प्रक्रिया अपनाई गई? क्या विभिन्न कंपनियों से कोटेशन मांगे गए? क्या बाजार दरों की जांच की गई? या फिर यह फैसला किसी विशेष दबाव में लिया गया? यह जानना महत्वपूर्ण है कि टोयोटा Hilux जैसी गाड़ियां मुख्य रूप से उच्च अधिकारियों, VIP सुरक्षा और विशेष बलों के लिए खरीदी जाती हैं। यदि इतनी अहम खरीद में भी पारदर्शिता नहीं बरती गई, तो आम जनता अन्य सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली पर कैसे विश्वास कर सकेगी?
त्योहारों पर रोक, खुद कर रहे फिजूलखर्ची
पत्र के अंत में सिरसा ने AAP सरकार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, “जब त्योहार आते हैं, तो ये सरकार पर्यावरण और प्रदूषण के नाम पर पाबंदियां लगाती है। लेकिन खुद सरकारी पैसों से करोड़ों की गाड़ियां खरीदने में कोई कसर नहीं छोड़ती।” उन्होंने आगामी क्लाउड सीडिंग परियोजना पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अब सितंबर में कृत्रिम बारिश कराकर फिर से “स्मॉग” को बहाना बनाया जाएगा।
दिल्ली की हवा बदल रही भाजपा
एक दूसरे बयान में मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा “जब 2016 में आप सरकार सत्ता में आई थी, तो वे पूरे साल में केवल 110 दिन ही हवा को साफ कर पाए थे। हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद, हमने पिछले सात महीनों में 118 दिन स्वच्छ हवा प्रदान की है। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। दिल्ली में वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है और सड़कों की सफाई की जा रही है। हम कूड़े के ढेर हटा रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी अब बदल रही है।”