दिल्ली पुलिस निजी कंपनियों से किराए पर लेती है ड्रोन
पुलिस सूत्रों की मानें तो मौजूदा समय में दिल्ली पुलिस जरूरत पड़ने पर निजी कंपनियों से ड्रोन किराए पर लेती है। यानी दिल्ली पुलिस बड़े आयोजन, प्रदर्शन, जुलूस या संवेदनशील इलाकों की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल तो करती है, लेकिन ये ड्रोन निजी विक्रेताओं से किराए पर लिए जाते हैं, लेकिन अब पुलिस ने खुद ड्रोन खरीदने का फैसला किया है। ताकि दिल्ली की सभी गतिविधियों की निगरानी तकनीक को ‘बर्ड्स आई व्यू’ यानी ऊंचाई से देखकर समय पर उसपर एक्शन लिया जा सके। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया “ड्रोन निगरानी के लिए काफी उपयोगी साबित हो रहे हैं। इसलिए पहले चरण में 32 ड्रोन खरीदे जा रहे हैं। जिनमें से प्रत्येक की अनुमानित लागत करीब 30 लाख रुपये है। हमने इसका टेंडर जारी कर दिया है। बाद में जरूरत के हिसाब से और ड्रोन खरीदे जाएंगे।” दिल्ली पुलिस को मिलेंगे 100 से ज्यादा ड्रोन
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने फिलहाल पहले चरण में 32 ड्रोन खरीदने को कहा है। इसके लिए दिल्ली पुलिस की ओर से टेंडर जारी किए गए हैं, लेकिन भविष्य में इस योजना के तहत 100 से ज्यादा ड्रोन खरीदे जाएंगे। ये ड्रोन दिल्ली के सभी जिलों में ट्रैफिक विभाग और दिल्ली पुलिस की विशेष इकाइयों को दिए जाएंगे। ताकि दिल्ली में होने वाली हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा सके।
इससे पहले फरवरी 2022 में दिल्ली पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर राकेश अस्थाना ने एक बयान में कहा था “दिल्ली पुलिस को एक ड्रोन यूनिट मिलेगी। जो दिल्ली की कानून व्यवस्था, ट्रैफिक नियंत्रण और महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएंगे। यह यूनिट दो से तीन साल में सक्रिय हो जाएगी।” दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद सीएम रेखा गुप्ता की संस्तुति पर गृह मंत्रालय ने अब उसी दिशा में यह कदम आगे बढ़ाया गया है।
आधुनिक तकनीक से लैस होंगे नए ड्रोन
खरीदे जाने वाले ड्रोन अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगे। इनमें उच्च गुणवत्ता वाली वीडियो रिकॉर्डिंग की क्षमता होगी। साथ ही ज़ूम फीचर फैसिलिटी के साथ ये स्पष्ट निगरानी करने में माहिर होंगे। यह ड्रोन AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से लैस होंगे। जो चलती वस्तुओं को भी ट्रैक करेंगे। इसके अलावा इन ड्रोन्स में नाइट विजन कैमरे का इस्तेमाल होगा। जिससे ये रात में भी निगरानी कर सकेंगे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि ड्रोन खरीदने वाली कंपनी पुलिसकर्मियों को इन उपकरणों को चलाने की ट्रेनिंग भी देगी। 2014 में पहली बार किया था ड्रोन का इस्तेमाल
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने पहली बार 2014 में त्रिलोकपुरी दंगों के दौरान ड्रोन का उपयोग किया था। इसके बाद 2020-21 के किसान आंदोलन में बॉर्डर इलाकों पर स्थिति पर नज़र रखने के लिए ड्रोन का जमकर इस्तेमाल हुआ। कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन और पाबंदियों के पालन की निगरानी के लिए भी ड्रोन का प्रयोग किया गया। 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों में तंग गलियों और संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी ड्रोन से की गई।