MSC IRINA: तकनीक और क्षमता का अद्भुत संगम
MSC IRINA सिर्फ आकार में ही नहीं, बल्कि तकनीकी दृष्टि से भी दुनिया के सबसे उन्नत जहाजों में गिना जाता है। इसकी लंबाई 399.9 मीटर और चौड़ाई 61.3 मीटर है, जो एक स्टैंडर्ड फुटबॉल मैदान की तुलना में लगभग चार गुना लंबा है। इसकी माल ढोने की क्षमता 24,346 TEUs (Twenty-foot Equivalent Units) है, जो इसे अब तक का सबसे बड़ा कंटेनर जहाज बनाती है। यह जहाज मार्च 2023 में लॉन्च हुआ और अप्रैल 2023 में अपनी पहली समुद्री यात्रा पर निकला। यह लाइबेरियन फ्लैग के अंतर्गत संचालित होता है। इससे पहले OOCL Spain को सबसे बड़े जहाज का दर्जा प्राप्त था, लेकिन MSC IRINA ने उस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।
पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार जहाज
इतना विशाल होने के बावजूद MSC IRINA पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभाता है। इसमें लगी एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज के माध्यम से यह जहाज लगभग 4% तक कार्बन उत्सर्जन कम करने में सक्षम है। इसके साथ ही यह 26 लेयर तक कंटेनर स्टैक करने की क्षमता रखता है, जो इसे अत्यधिक प्रभावी और कुशल बनाता है। विझिंजम पोर्ट: भारत के लिए ग्लोबल गेमचेंजर
केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में स्थित विझिंजम पोर्ट, भारत के महत्वाकांक्षी बंदरगाह विकास कार्यक्रम का हिस्सा है। इसके प्राकृतिक गहराई वाले बंदरगाह और रणनीतिक स्थान के कारण यह भविष्य में एशिया और पश्चिमी दुनिया के बीच कंटेनर ट्रांजिट का प्रमुख केंद्र बनने की क्षमता रखता है।
इससे पहले MSC Turkiye और MSC Michel Cappellini जैसे बड़े जहाज यहां आ चुके हैं, लेकिन MSC IRINA का आगमन इस पोर्ट को वैश्विक कंटेनर ट्रांजिट नेटवर्क में और अधिक प्रतिष्ठा दिलाता है।
भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर को नई उड़ान
MSC IRINA जैसे जहाजों की भारत में दस्तक से देश के समुद्री व्यापार, लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को व्यापक लाभ मिलेगा। इससे न केवल निर्यात और आयात की गति बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और निवेश के नए अवसर भी सृजित होंगे।
यह ऐतिहासिक कदम प्रधानमंत्री मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘लॉजिस्टिक्स में क्रांति’ जैसी पहल को भी सशक्त करता है। MSC IRINA का आना भारत को वैश्विक समुद्री शक्ति बनने की दिशा में एक बड़ा और निर्णायक कदम माना जा रहा है।