टीवी से मिली थी 370 हटाए जाने की जानकारी
एक इंटरव्यू के दौरान जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने बताया कि जब धारा 370 हटाए जाने की जानकारी टीवी से मिली थी। उन्होंने कहा कि जब धारा 370 हटाया जाने वाला था, उससे कुछ घंटे पहले मुझे और जम्मू-कश्मीर के बड़े नेताओं को घर में नजरबंद कर दिया गया था। उमर ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई से हमें अंदेशा हो गया था कि कुछ बड़ा होने वाला है। लेकिन, मोदी सरकार धारा 370 हटा देगी, 35A समाप्त कर देगी, जम्मू कश्मीर के पूर्ण राज्य का दर्जा समाप्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेश में बांट देगी। इसका अंदेशा नहीं था।
मुझे मुफ्ती से बात न करने की हिदायत दी गई थी
अब्दुल्ला ने कहा कि जब धारा 370 हटाई गई, उस वक्त मैं घर में था। शाम को हमें कहीं और शिफ्ट कर दिया गया। जहां मीडिया की पहुंच नहीं थी। उन्होंने कहा कि गेस्ट हाउस में मुझे और महबूबा मुफ्ती को रखा गया। यहां मुझे हिदायत दी गई कि मैं मुफ्ती से बात न करूं। इसके बाद मैंने सुरक्षा अधिकारियों से पूछा कि क्या मैं बाहर टहल सकता हूं। तो अधिकारियों ने जवाब दिया कि दिन में एक दो घंटा टहल सकते हैं। इस पर मैंने कहा कि आप मुफ्ती जी से पूछ लिजिए वह बाहर लॉन में कब टहलेंगी। इसके कुछ देर बाद महबूबा मुफ्ती को वहां से हटा दिया गया।
जितना तंग कर सकते थे उतना किया तंग
अब्दुल्ला ने 5 अगस्त 2019 और नजरबंदी के दिनों को याद करते हुए कहा कि उस समय ईद के दौरान मैंने सुरक्षा अधिकारियों से कहा कि ईद के मौके पर मुझे अपने लोगों से मिलने दिया जाए, लेकिन उन्होंने मिलने नहीं दिया। उमर ने कहा कि धारा 370 जब हटाया गया उसके बाद कई सुरक्षा अधिकारियों ने मुझे काफी तंग किया। वह जिस हद तक परेशान कर सकते थे, उन्होंने परेशान किया। अब्दुल्ला ने कहा कि उस समय जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक को शायद कुछ नहीं पता था। उन्होंने खुद इस बात के बारे में बयान दिया था।