मां ने दिया मौखिक बयान
घटना के बाद से ही पुलिस ने कई बार मंजू यादव को इस मामले में लिखित बयान देने को कहा था, लेकिन वह लगातार इस बात से मना कर रही थी। अब उन्होंने मौखिक रूप से पुलिस को बयान दिया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि घटना के समय वह अपने रूम में आराम कर रही थी क्योंकि उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। उन्होंने कहा, उन्हें नहीं पता कि घटना के समय क्या हुआ और उनके पति ने उनकी बेटी को क्यों मारा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बेटी राधिका का चरित्र बहुत अच्छा था और वह नहीं समझ पा रही है कि उनके पति ने ऐसा क्यों किया।
क्या है पूरा मामला
पुलिस जांच के मुताबिक, राधिका ने कुछ ही समय पहले एक टेनिस एकेडमी की शुरुआत की थी। इसके लिए दीपक ने बेटी को सवा करोड़ रुपये भी दिए थे, लेकिन एकेडमी शुरु करने के एक ही महीने बाद दीपक ने राधिका को उसे बंद करने की बात कही। दीपक का तर्क था कि लोग उसे बेटी की कमाई पर जीने का ताना देते है और इस बात से उसे काफी परेशानी होती है। लेकिन राधिका ने एकेडमी बंद करने से मना कर दिया और इसी बात को लेकर बाप बेटी में झगड़े होने लगे।
लाइसेंस पिस्टल से मारी तीन गोली
एकेडमी को लेकर दोनों के बीच लगातार 15 दिनों तक विवाद होता रहा, जिसके बाद गुरुवार को दीपक ने राधिका की हत्या कर दी। घटना के समय राधिका रसोई में खाना बना रही थी और तभी दीपक ने अपनी लाइसेंस पिस्टल से उसे तीन गोली मारी जिसके चलते उसकी मौत हो गई। पिता दीपक ने पुलिस पूछताछ में लोगों के तानों से परेशान होकर बेटी का कत्ल करने की बात कबूल की है।
दीपक के भाई ने ही किया पुलिस को फोन
आरोपी दीपक के भाई कुलदीप यादव ने पुलिस को मामले की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि वह अपने भाई दीपक के साथ एक ही घर में रहते है। कुलदीप ने बताया कि घटना के समय वह ग्राउंड फ्लोर पर थे और गोली की आवाज सुनने पर वह पहली मंजिल पर गए। उस समय घर में सिर्फ राधिका, उसके पिता और उसकी मां मौजूद थे। उन्होंने देखा की राधिका खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थी और ड्राइंग रूम में एक पिस्टल पड़ी थी। कुलदीप ने बताया कि वह और उसका बेटा तुरंत राधिका को अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद कुलदीप ने ही पुलिस को फोन कर मामले की जानकारी दी थी। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया था।