‘ऑपरेशन सिंदूर जारी है, अगर वहां से गोली चलेगी तो यहां से गोला चलेगा’, भारत का पाकिस्तान को साफ संदेश
ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और विदेश मंत्रियों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच ही बातचीत हुई।
न्यूज एजेंसी ANI ने सोर्स के हवाले से खबर दी है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगर पाकिस्तान कुछ करता है तो जवाब और भी विनाशकारी और कड़ा होगा। सीजफायर के ऐलान के बाद पाकिस्तान ने 26 ठिकानों पर हमला किया और भारत ने इसका बहुत जोरदार जवाब दिया। उनके ठिकानों पर हमले किए गए। वहां से अगर गोली चली तो हम यहां से गोला चलाएंगे।
Prime Minister Narendra Modi gave clear directions 'Wahan se goli chalegi, yahan se gola chalega'. The turning point was the attacks on the air bases: Sources
ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और विदेश मंत्रियों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच ही बातचीत हुई। वहीं सूत्रों ने खुलासा किया है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।
Operation Sindoor is not over; if they fire, we will fire, and if they attack, we will attack: Sources pic.twitter.com/jrn8WZ2Vuq
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर तीनों लक्ष्य हासिल किए।
सैन्य उद्देश्य- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था ‘मिट्टी में मिला देंगे, बहावलपुर, मुरीदके और मुजफ्फराबाद कैंप को मिट्टी में मिला दिया।’
राजनीतिक उद्देश्य- सिंधु जल संधि सीमा पार आतंकवाद से जुड़ी है। जब तक सीमा पार से आतंकवाद बंद नहीं होता, तब तक यह स्थगित रहेगी।
मनोवैज्ञानिक उद्देश्य- ‘घुस कर मारेंगे’, हमने उनके दिल में गहरी चोट पहुंचाई। हम बहुत सफल रहे।
We have a very clear position on Kashmir, there is only one matter left- the return of Pakistan-Occupied Kashmir (PoK). There is nothing else to talk. If they talk about handing over terrorists, we can talk. We don't have any intention of any other topic. We don't want anyone to… pic.twitter.com/QWrmbFuK8y
पीएम मोदी ने कहा था- कश्मीर पर हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है, अब केवल एक ही मुद्दा बचा है- पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की वापसी। इसके अलावा और कोई बात नहीं है। अगर वे आतंकवादियों को सौंपने की बात करते हैं, तो हम बात कर सकते हैं। हमारा किसी और विषय पर कोई इरादा नहीं है। हम नहीं चाहते कि कोई मध्यस्थता करे। हमें किसी की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है।
ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 1 मई को अमेरिकी राज्य सचिव मार्को रुबियो के साथ एक फोन कॉल किया था। विदेश मंत्रई ने उससे कहा हम पाकिस्तान में आतंकवादियों को मारेंगे और इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को सीजफायर लागू हो गया था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा था कि सीजफायर शनिवार शाम 5 बजे से प्रभावी हो गया है। लेकिन पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक , दोनों देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय भूमि सीमा पर नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी और ड्रोन गतिविधियों के ज़रिए समझौते का उल्लंघन जारी रखा।