रणनीतिक सोच के तीन सिद्धांत आए सामने
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि इस ऑपरेशन से भारत की रणनीतिक सोच के तीन महत्वपूर्ण सिद्धांत सामने आए हैं:
पहला, अगर भारत पर आतंकी हमला होता है, तो भारत अपनी शर्तों, अपने तरीके और अपने समय पर जवाब देगा।
दूसरा, अब कोई भी ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग’ काम नहीं आने वाली।
तीसरा, भारत अब आतंक के आकाओं और उसे पनाह देने वाली सरकार को एक ही नजर से देखेगा।
विदेश नीति पर विपक्ष को घेरा
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष द्वारा विदेश नीति पर उठाए गए सवालों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया के किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा कार्रवाई से नहीं रोका। संयुक्त राष्ट्र के 193 देशों में से केवल तीन देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया। उन्होंने फ्रांस, रूस, जर्मनी, क्वाड, ब्रिक्स जैसे वैश्विक समूहों और देशों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत को व्यापक वैश्विक समर्थन मिला है।
‘देश की सेना का अपमान कर रही है कांग्रेस’
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब सेना अपना पराक्रम दिखा रही थी, तब विपक्षी दल, खासकर कांग्रेस, केवल तंज कस रही थी। उन्होंने कहा, 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद कुछ ही दिनों में कांग्रेस नेता कहने लगे कि कहां गई 56 इंच की छाती। ऐसे बयान देकर ये न सिर्फ मेरा अपमान कर रहे थे, बल्कि हमारी सेना का मनोबल भी गिरा रहे थे।
कांग्रेस ने बार-बार ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाए
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बार-बार ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाए और मीडिया हेडलाइनों के लिए सेना के पराक्रम पर संदेह जताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को न भारत की सेनाओं पर भरोसा है, न भारत के सामर्थ्य पर। अपनी राजनीति चमकाने के लिए ये लोग सेना के पराक्रम पर भी सवाल उठाने से नहीं चूकते।
झूठ और प्रोपेगेंडा का विरोध
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि 10 मई को जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रहे एक्शन को रोकने की घोषणा की, तो उस पर भी विपक्ष ने झूठा प्रचार फैलाया। उन्होंने कहा कि यह वही प्रोपेगेंडा है जो सीमा पार से फैलाया गया और यहां कुछ लोग उसे ही आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि भारत का रुख हमेशा स्पष्ट और दृढ़ रहा है — आतंकवाद और उसके समर्थकों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।