हिरोशिमा से की ईरान की तुलना
अपने बयान के बीच में ट्रंप ने हिरोशिमा और नागासाकी का भी जिक्र किया। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध और 22 जून को ईरान के खिलाफ अमेरिकी हमलों की तुलना करते हुए कहा, उस हमले ने युद्ध को समाप्त कर दिया। मैं हिरोशिमा और नागासाकी का उदाहरण नहीं देना चाहता हूं लेकिन दोनों ही जगह एक ही तरह से युद्ध समाप्त हुआ।
क्यों दिया हिरोशिमा का उदाहरण
द्वितीय विश्व युद्ध के समय जब प्रशांत महासागर में भयंकर लड़ाइयों के बाद भी जापान ने हार नहीं मानी थी, तब अमेरिका ने हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए थे जिससे वहां भारी तबाही हुई थी। इसके तुरंत बाद, जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया था और 1945 में युद्ध समाप्त हो गया था।
ईरान के यूरेनियम संवर्धन करने के सवाल पर दिया यह जवाब
ईरान के फिर से अनुमति से ज्यादा यूरेनियम संवर्धन शुरु करने के सवाल पर ट्रंप ने कहा कि, मुझे लगता है कि वह अब ऐसा नहीं करेंगे। वह अभी अभी नर्क से गुजरे है और शायद यूरेनियम संवर्धन वह आखिरी चीज होगी जो वह करना चाहेंगे। यूरेनियम एक धातु है जो परमाणु ऊर्जा बनाने और परमाणु बम बनाने दोनों में इस्तेमाल होती है। प्राकृतिक यूरेनियम में दो मुख्य प्रकार के परमाणु होते हैं, यूरेनियम-238 (जो ज़्यादा मात्रा में होता है) और यूरेनियम-235 (जो कम मात्रा में होता है)। परमाणु ऊर्जा या परमाणु बम बनाने के लिए, यूरेनियम-235 की मात्रा को बढ़ाना पड़ता है। इसी प्रक्रिया को यूरेनियम संवर्धन कहते हैं।
तेहरान के परमाणु स्थल को नष्ट करने को लेकर कही यह बात
साथ ही ट्रंप ने उन समाचार रिपोर्टों को भी खारिज किया जिनमें कहा गया था कि अमरीकी हमले तेहरान के परमाणु स्थल को नष्ट करने में विफल रहे है। उन्होंने इस तरह की खबरों को फर्जी खबर बताते हुए इस बात पर जोर दिया कि ईरान के परमाणु स्थल पूरी तरह से नष्ट कर दिए गए है।