ड्राइवर को झपकी आने से हुआ हादसा
यह हादसा जिल के मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया मोड़ के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, ड्राइवर को झपकी आने के चलते उसने बस का नियंत्रण खो दिया और उसकी टक्कर हो गई। इस टक्कर के चलते बस ड्राइवर गिर गया, लेकिन बस इतनी स्पीड में थी कि कुछ दूरी तक अपने आप ही चलती रही और आगे जाकर एक ईटों से ढेर से टकरा गई।
स्वास्थ्य मंत्री ने की मुआवजे की घोषणा
राज्य स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने घोषणा करते हुए बताया कि इस दुर्घटना में मारे गए लोगों को राज्य सरकार आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से एक एक लाख रूपये और घायलों को 20-20 हजार रुपये का मुआवजा देगी। मंत्री ने हादसे पर दुख जताते हुए इसे दुखद बताया। अंसारी ने बताया कि, घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी और साथ ही हादसे में मारे गए लोगों के शवों को भी सरकारी खर्च पर उनके पैतृक गांव पहुंचाया जाएगा। मंत्री ने विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार घायलों और मृतकों के परिजनों की हर संभव मदद करेगी।
घटना में मारे गए लोगों के आंकड़े पर दिया बयान
स्वास्थ्य मंत्री ने विपक्षी दलों पर घटना में मारे गए लोगों को लेकर झूठी जानकारी फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह लोग मृतकों की संख्या 18 बता कर सनसनी फैलाना चाहते है, जबकि ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता को ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है। अंसारी ने बताया कि इस घटना में सिर्फ छह लोग मारे गए है, जो सभी बिहार के रहने वाले थे। मृतकों की पहचान सुभाष तुरी (40), दुर्गावती देवी (45), जानकी देवी (35), समदा देवी (40), पीयूष कुमार (14) और सुमन कुमारी (35) के रूप में की गई है। उन्होंने दावा किया कि इस घटना में सिर्फ 11 लोग घायल हुए है।
अलग अलग लोग कर रहे अलग अलग दावे
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इस घटना के बाद पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि, मेरे लोकसभा के देवघर में श्रावण मास में कांवर यात्रा के दौरान बस और ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। बाबा बैद्यनाथ उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। वहीं दुमका के आईजी ने पुष्टि की है कि इस घटना में छल लोगों की मौत हुई, जबकि दो लोगों की हालत गंभीर है। इनके अलावा यातायात पुलिस उपधीक्षक लक्ष्मण प्रसाद ने कहा है कि इस घटना में कम से कम नौ लोगों की मौत हुई है।