पाकिस्तान का नाम लेने की इजाजत नहीं
आमिर ने अपनी फिल्म ‘सरफरोश’ (1999) का जिक्र करते हुए कहा कि यह पहली भारतीय फिल्म थी, जिसमें खुलकर पाकिस्तान और आईएसआई का नाम लिया गया। उन्होंने बताया, “हिंदुस्तानी फिल्मों का इतिहास देख लीजिए। सेंसर बोर्ड कहता था कि आप ‘पड़ोसी मुल्क’ बोलिए, नाम नहीं ले सकते। पहले जमाने में कहा जाता था कि ‘पड़ोसी मुल्क’ ने हमला किया, ये कर दिया। हमें नाम लेने की इजाजत नहीं थी। ‘सरफरोश’ पहली फिल्म थी, जिसमें हमने खुलकर पाकिस्तान और आईएसआई का नाम लिया।”
पाकिस्तान में रिलीज नहीं हुई दंगल
आमिर ने यह भी खुलासा किया कि उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘दंगल’ (2016) को पाकिस्तान में रिलीज करने के लिए वहां के सेंसर बोर्ड ने शर्त रखी थी कि फिल्म से भारत का राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) और राष्ट्रगान हटाया जाए। आमिर ने इस शर्त को ठुकराते हुए साफ कहा, “मैंने एक सेकंड में फैसला लिया कि हमारी फिल्म पाकिस्तान में रिलीज नहीं होगी। मुझे ऐसा बिजनेस नहीं चाहिए।”
नाम को लेकर लड़े आमिर
आमिर ने ‘सरफरोश’ के बारे में आगे बताया कि जब फिल्म के डायरेक्टर जॉन मैथ्यू मत्थान को सेंसर बोर्ड की ओर से नाम लेने पर आपत्ति जताई गई, तो आमिर ने तर्क दिया कि जब संसद में तत्कालीन गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी पाकिस्तान और आईएसआई का नाम ले सकते हैं, तो फिल्मों में ऐसा करने से क्यों रोका जा रहा है। इस तर्क के बाद ‘सरफरोश’ को पाकिस्तान में रिलीज करने की अनुमति मिली।
प्रमोशन में व्यस्त एक्टर
आमिर खान इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं, जो 20 जून 2025 को रिलीज होने वाली है। उनके इस खुलासे ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी है, जहां लोग उनकी बेबाकी और देशभक्ति की तारीफ कर रहे हैं।