Naxalites Surrendered: आत्मसमर्पण का निर्णय
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ये सभी
नक्सली कुतुल एरिया कमेटी के अंतर्गत विभिन्न पदों पर सक्रिय थे और लंबे समय से माओवादी गतिविधियों में संलिप्त थे। (Naxalites Surrendered) नक्सलियों ने पुलिस को बताया कि वे माओवादी संगठन की अमानवीय, आधारहीन विचारधारा, लगातार होने वाले शोषण व हिंसा, तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा किए जाने वाले भेदभाव से परेशान होकर आत्मसमर्पण का निर्णय लिए हैं।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को तत्काल प्रोत्साहन
साथ ही, राज्य सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति, नियद नेल्लानार क्षेत्र में चल रहे वृहत प्रचार-प्रसार अभियान और बड़े माओवादी कैडरों के
आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास प्रक्रिया की सहजता से वे प्रभावित हुए। पुलिस अधीक्षक ने आत्मसमर्पित नक्सलियों को तत्काल प्रोत्साहन स्वरूप? 50,000 की राशि का चेक प्रदान किया और आश्वासन दिया कि सरकार की पुनर्वास योजना के तहत उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस आत्मसमर्पण को क्षेत्र में शांति स्थापना और नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस की मजबूत पकड़ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
Naxalites Surrendered: आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के नाम
समीर कश्यप, कम्युनिकेशन टीम कमांडर 3 लाख इनामी बैसाखू नुरेटी उर्फ देवलाल उर्फ अमित, प्रेस टीम कमांडर व एसीएम, 5 लाख इनामी फुलमति उर्फ फूलो, निवासी – सितरम, एलओएस सदस्य व प्रेस टीम सदस्य 1 लाख इनामी कमल सिंह, जन मिलिशिया पार्टी सदस्य 1 लाख इनामी