28 लोगों की पांच टीमें बनाई एसपी कच्छावा ने बताया कि साइबर हैल्पलाइन पर उन्हें क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग मशीन से धन कमाने का लालच देकर करते ठगी करने की शिकायत मिली, जिसके बाद जानकारी जुटाकर परिवादी से सम्पर्क किया। परिवादी ने साइबर थाने में दो प्रकरण दर्ज कराए, जिसकी जांच नागौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार के सुपरविजन में साइबर थाना के थानाधिकारी आरपीएस उम्मेदसिंह कर रहे हैं। प्रकरणों का खुलासा करने के लिए कुल पांच टीमों का गठन किया गया, जिसमें कुल 28 पुलिस अधिकारियों व पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया। इसमें साइबर थाने के साथ मेड़ता सिटी थाना, डीएसटी टीम मेड़तासिटी, मेड़ता रोड थाना व क्यूआरटी की अलग-अलग टीमें बनाई गईं।
यह था मामला परिवादी ओंकारराम पुत्र छोगाराम ने एसपी के समक्ष पेश होकर रिपोर्ट दी कि सोशल मीडिया के माध्यम से उसका आरोपियों से सम्पर्क हुआ। आरोपियों ने उसे बताया कि उनकी एक कम्पनी है, जिसमें इन्वेस्टमेंट करवाते हैं। जिसके जरिये लोगों का पैसा निवेश कर उन्हें निवेश पर अच्छा रिटर्न दिया जा रहा है। आरोपी ने मुझे कहा कि यदि मैं उनके कहे अनुसार धन निवेश करूंगा तो वो मुझे अच्छा मुनाफा दिलाएंगे। उनके इस प्रस्ताव पर मैं उनके झांसे में आ गया। उन्होंने बताया कि वे क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग मशीनों से ट्रेडिंग करते हैं। उन्होंने कार्निवाल कॉर्पोरेट ग्रुप ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के बारे में बताया तथा कि कि आप भरोसा करो और निश्चिंत रहो, हम जैसे बताएं, वैसे रुपए निवेश करो, जल्दी ही आपको आपके इन्वेस्टमेंट के रुपए व प्रॉफिटउपलबध करवा दिया जाएगा। इस पर उनके विश्वास में आकर उसने कुल 91,59.999 रुपए आरोपियों को दे दिए। उसके बाद उनके संपर्क नंबर बंद हो गए और जो जानकारी उन्होंने उसे उपलब्ध करवाई थी, वो भी पूर्ण रूप फर्जी निकली। ऑफिस भी बंद मिला। सभी दस्तावेज, पहचान व दावे फर्जी पाए गए, तब जाकर मुझे ठगी का अहसास हुआ।
इनको किया गिरफ्तार पुलिस ने मुख्य आरोपी सौरभ पन्त पुत्र जगमोहन पंथ, ईडवा निवासी मुकेश नाथ पुत्र धन्नानाथ, लुणियास निवासी सुखराम पुत्र चंदाराम जाट एवं खाकडक़ी निवासी कपिल देव पुत्र शिवनारायण सरगरा को गिरफ्तार किया है।
फर्जी क्रिप्टो ट्रेडिंग से सावधान पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में साइबर अपराधियों ने यूएसडीटी, बिटकॉइन, ईथरियम और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर ठगी के नए-नए तरीके विकसित किए हैं। यह अपराधी अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क, तकनीकी जटिलताओं और पीडितों की लालच-अज्ञानता का फायदा उठाते हैं।
पत्रिका नॉलेज … ऐसे देते फंसाते जाल में और करते ठगी एसपी ने बताया कि आरोपी पूर्व में नेटवर्क मार्केटिंग में कार्य कर चुके हैं तथा चालाक प्रवृति के हैं। जो भोली-भाली आम जनता के सामने आकर्षक प्लान प्रस्तुत कर उन्हें क्रिप्टो में निवेश करने के लिए प्रलोभित करते है। निवेश के बाद अधिक मुनाफा मिलने का लालच देकर मेहनतकश जनता की गाढ़़ी कमाई हडपने का काम करते हैं।
– सोशल मीडिया व मैसेजिंग ऐप्स से सम्पर्क : ठग वाट्सएप, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम व फेसबुक पर नकली प्रोफाइल से दोस्ती करते हैं। इसके बाद बिजनेस ग्रुप, निवेश सलाह चैनल या एक्सपर्ट ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ते हैं।
– नकली निवेश प्लेटफॉर्म या ऐप: अपराधी असली एक्सचेंज जैसा दिखने वाला ऐप या वेबसाइट बनाते हैं। आमजन को यूएसडीटी या अन्य क्रिप्टो करेंसी खरीदने और उनके वॉलेट में ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं।
– शुरुआती भरोसा बनाना : कुछ शुरुआती छोटे लेन-देन में आपको मुनाफा दिखाकर वापस कर देते हैं। इससे पीडि़त का भरोसा जीतते हैं और बडे निवेश के लिए उकसाते हैं। – बड़ा निवेश और ठगी: एक बार बडी रकम भेजने के बाद आपके वॉलेट को फ्रीज या वेरिफिकेशन पेंडिंग बताकर पैसे निकालने से रोक देते हैं। फिर अलग-अलग बहानों (टैक्स, सर्विस चार्ज, वेरिफिकेशन फीस) के नाम पर और रकम मांगते हैं।
– राशि का अंतरराष्ट्रीय ट्रांसफर: रकम को तुरंत विभिन्न विदेशी वॉलेट्स में भेजकर ट्रैकिंग मुश्किल बना देते हैं। कई बार रकम को मनी म्यूल्स के बैंक खातों के जरिए भी घुमाते हैं। ऐसे अपराध जटिल क्यों
क्रिप्टो लेन-देन ब्लॉकचेन पर दर्ज होते हैं, लेकिन नाम/ पहचान छिपी रहती है। पैसे का प्रवाह कई देशों से होकर गुजरता है, अंतरराष्ट्रीय कानूनी प्रक्रियाएं समय लेती हैं। अपराधी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क नकली आईडी, बॉटचौट और डीपफेक वीडियो तक का इस्तेमाल करते हैं।
ठगी से इस प्रकार बचें – कभी भी किसी अनजान व्यक्ति, ऑनलाइन ग्रुप या अनवेरिफाइड प्लेटफॉर्म पर निवेश न करें। – ‘गारटेंट प्रॉफिट’, ‘शत प्रतिशत रिटर्न’, ‘नोरिस्क’ जैसे वादे हमेशा धोखा होते हैं।
– निवेश से पहले कंपनी प्लेटफॉर्म और व्यक्ति की वैधता अलग-अलग स्रोतों से जांचें। – अपनी बैंक या वॉलेट जानकारी, पासवर्ड, टोटीपी किसी को भी न दें। – यूएसडीटी जैसी क्रिप्टो करेंसी को नकद में बदलने के लिए केवल लाइसेंस प्राप्त और रेगुलेटेड प्लेटफॉर्म का उपयोग करें।
– निवेश का निर्णय हमेशा ठंडे दिमाग से लें, लालच या जल्दबाजी में नहीं। कमाई का शॉर्टकट नही अपनाएं एसपी कच्छावा ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि तेज मुनाफे का कोई शॉर्टकट नहीं होता। मेहनत और सही रास्ता ही सुरक्षित है। क्रिप्टो करेंसी में निवेश तभी करें, जब आप पूरी तरह से इसके जोखिम, नियम और तकनीक को समझते हों। उन्होंने कहा कि किसी भी संदिग्ध ऑफर, लिंक या लेन-देन की सूचना साइबर हेल्पलाइन 1930 पर दें।