राजस्थान में कांग्रेस विधायक जाकिर हुसैन गैसावत के साथ मंच पर मारपीट, जानलेवा हमले का आरोप, FIR दर्ज
Zakir Hussain Gesawat: मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत ने लगनशाह अस्पताल सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल अजीज गहलोत पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया है। इसको लेकर विधायक ने थाने में FIR दर्ज कराई है।
विधायक गैसावत के साथ मारपीट के दौरान की तस्वीर ( फोटो- पत्रिका)
Zakir Hussain Gesawat: नागौर। मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए खुद पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया है। यह घटना उस समय हुई जब विधायक ईद की नमाज पढ़ने के बाद ईदगाह के पास बनी नई सड़क का लोकार्पण करने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान गंगाराम मेघवाल ने अजीज गहलोत को फोटो खिंचवाने के लिए बुलाया, लेकिन गहलोत ने गाली-गलौज करते हुए उन्हें अपशब्द कहे और फोटो खिंचवाने से मना कर दिया, जिसके बाद तनाव बढ़ गया।
विधायक ने रिपोर्ट में बताया कि जब वह कार्यक्रम में मौजूद थे, उस वक्त उनके साथ सलाम भाटी, बिरधाराम नायक, दिलीप सिंह चौहान, उनके भाई और भतीजे फरीन आदि भी थे। विधायक ने आरोप लगाया कि विवाद बढ़ने के बाद गहलोत वहां से थोड़ी देर के लिए चला गया लेकिन फिर अपने भाई, भतीजे और अन्य लोगों के साथ लौटकर आया और सरिया व लाठियों से हमला कर दिया।
भीतीजे के हाथ टूटने का आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि इस हमले में विधायक का भतीजा घायल हो गया और उसका हाथ टूट गया। विधायक ने आशंका जताई है कि आरोपी भविष्य में भी उन पर या उनके परिवार पर हमला कर सकते हैं। इसलिए उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
हाथापाई तक पहुंची बहस
घटना के समय कब्रिस्तान के गेट के पास बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जिसमें अंजुमन कमेटी के पदाधिकारी और अन्य गणमान्य नागरिक भी शामिल थे। पहले विधायक गैसावत और अजीज गहलोत के बीच तीखी बहस हुई, जो धीरे-धीरे मारपीट में बदल गई। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और लोगों ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला। हालांकि इस दौरान माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया और पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी।
राजनीतिक रंजिश के कारण मामला गरमाया
विधायक गैसावत और अजीज गहलोत के बीच पहले से ही राजनीतिक तनाव बना हुआ है। कुछ दिन पहले अजीज गहलोत ने एक धरना प्रदर्शन में विधायक पर शराब ठेकेदार से रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में विधायक भी गहलोत पर कई बार तीखे बयान दे चुके हैं। अब इस ताजा घटना के बाद मकराना की राजनीति में और अधिक गरमी आने की आशंका जताई जा रही है।