प्रकरण के अनुसंधान अधिकारी डीडवाना सीआई राजेन्द्र सिंह कमांडो ने बताया कि इस मामले में पंजाब के फिरोजपुर निवासी रॉकी व जोबन का नाम भी सामने आ रहा है। अमरजीत सिंह तखर को गिरोह से जुड़वाने में रॉकी का अहम रोल रहा है। उसे गिरोह में शामिल कराने के लिए रॉकी ने उसकी गारंटी ली थी।
गिरोह का सरगना जोबन
सीआई ने बताया कि इस गिरोह का सरगना जोबन नाम का व्यक्ति बताया जाता है, जिसके तार दुबई व पाकिस्तान से जुड़े हैं। इसे लेकर पुलिस जानकारी जुटा रही है ।
यहां से करते थे हथियारों की तस्करी
सीआई ने बताया जांच में सामने आया है कि आरोपी पाकिस्तान के ताकीपुर व टुकेपिण्ड, पंजाब के तरनतारन के पट्टी, अटारी बॉर्डर के डेरा बाबा नानक, असालिया, घोड़े वाले पार्क, अटारी बाबा के रास्ते हथियार व मादक पदार्थ की तस्करी करते थे।
बड़ी गैंग तैयार करने की फिराक में था इलियास
शेरानी आबाद निवासी इलियास को हाफिज की उपाधि मिली हुई थी। वह रमजान माह में लोगों को तरावी सुनाता था। समय रहते वह पकड़ा नहीं जाता तो शेरानी आबाद सहित आसपास के युवाओं को बरगला कर वह बड़ी गैंग बनाने की फिराक में था। सोना में घाटा तो हथियार तस्करी से जुड़ा
इलियास पहले असगर अली के साथ जुड़कर सोने की तस्करी करता था। इस काम में उसे डेढ़ करोड़ रुपए का घाटा होने पर वह असगर अली के कहने पर हथियारों की तस्करी का काम करने लगा। इलियास गिरोह में हथियारों की डिलीवरी लेने के लिए लोकेशन देने का काम करता था।
इसी तरह 10 साल से दुबई की एक कम्पनी में काम करने वाले अमरजीत के तार सोने की तस्करी करने वाले लोगों से जुड़े। उसे भी सोने की तस्करी में घाटा होने लगा तो वह भी असगर अली के सम्पर्क में आया। इसके बाद अमरजीत भी हथियारों की तस्करी करने लगा। इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा व उप अधीक्षक धरमपूनिया के सुपरविजन में अनुसंधान जारी है।