शिवसेना प्रमुख शिंदे ने चुटकी लेते हुए कहा, “विचार आगे होते हैं और लाचार पीछे।” उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे को उनकी असली जगह दिखा दी है। शिंदे ने आगे कहा, “जिनका अपमान हुआ है, अगर उन्हें खुद ही फर्क नहीं पड़ रहा, तो मैं क्या प्रतिक्रिया दूं? जिन्होंने स्वाभिमान गिरवी रख दिया और बालासाहेब के विचार छोड़ दिए, उनका यही हश्र होना था। आपको उनसे पूछना चाहिए कि उन्होंने आपको इतना पीछे क्यों बैठाया?”
उपमुख्यमंत्री ने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानते हैं कि किसका सम्मान करना है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि उनके बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे को अंतरराष्ट्रीय दौरे में प्रमुख प्रतिनिधि बनाया गया, क्योंकि हम बालासाहेब ठाकरे के विचारों को, हिंदुत्व को और विकास के विचार को आगे बढ़ा रहे हैं। मैं बस इतना कह सकता हूं कि बालासाहेब के विचारों का सम्मान हैं, जिन्हें हम आगे बढ़ा रहे हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार रात अपने आवास पर इंडिया गठबंधन के घटक दलों के नेताओं के सामने फर्जी मतदाताओं के जरिये कथित रूप से हो रहे मतदान और इसमें बीजेपी व चुनाव आयोग की कथित मिलीभगत पर प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और संजय राउत छठी पंक्ति में बैठे दिखे।
हालांकि बाद में उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, जब आप पहली लाइन में बैठेंगे तो आंखों का संपर्क स्क्रीन से सीधे होता है, तो उन्हें (उद्धव ठाकरे) थोड़ा असहज महसूस हुआ और इसलिए वह पीछे चले गए। बैठक खत्म होने के बाद भी उद्धव अपने परिवार के साथ राहुल गांधी के घर में ही मौजूद थे। राउत ने बताया कि राहुल और सोनिया गांधी ने उद्धव, उनकी पत्नी रश्मी ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे को अपना पूरा घर दिखाया।