परमिशन के बदले मांगी रिश्वत
एसीबी के अनुसार, शहर में एक 24 मंजिला इमारत के निर्माण कार्य के लिए परमिशन देने के बदले उपायुक्त साबले ने कथित तौर पर 10 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। बाद में सात लाख रुपये पर बात फाइनल हुई। शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एसीबी को दी, जिसके बाद एक जाल बिछाया गया और जांच में यह बात सामने आई कि वरिष्ठ अधिकारी ने रिश्वत की मांग की थी। इस कार्रवाई के बाद सांगली महापालिका प्रशासन में हड़कंप मच गया है। एसीबी अधिकारी मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं।
संभाजीनगर में उप-जिलाधिकारी रंगेहाथ धराये
इसी तरह छत्रपती संभाजीनगर में पिछले महीने घूसखोरी का एक बड़ा मामला सामने आया था, जहां उप-जिलाधिकारी विनोद खिरोलकर को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि 41 लाख रुपए की रिश्वत उन्होंने कृषि भूमि के कार्य के बदले मांगी थी। एसीबी की कार्रवाई में उनके घर से लगभग 50 लाख रुपये का सोना जब्त किया गया।