जालना के पूर्व विधायक कैलास गोरंट्याल (Kailas Gorantyal) और परभणी से कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री वडपुरकर के जल्द ही भाजपा में शामिल होने की अटकलें हैं। इन दोनों नेताओं के भाजपा में प्रवेश से जालना और परभणी जिलों के स्थानीय चुनाव में समीकरण बदल सकते हैं। जालना से पूर्व कांग्रेस विधायक कैलाश गोरंट्याल पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में हार गये थे।
कांग्रेस नेता कैलास गोरंट्याल ने ही शिवसेना में फूट के बाद ’50 खोके एकदम ओके’ नारा दिया था। वे कांग्रेस से नाराज बताये जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि हार के बाद से पार्टी ने उन्हें दरकिनार कर दिया है, जिस वजह से वह पाला बदलने की तैयारी कर चुके है। उनका जालना नगरपालिका में लंबे समय से वर्चस्व रहा है, और अब आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए वह भाजपा की ओर रुख कर सकते हैं।
चर्चा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता रावसाहेब दानवे और गोरंट्याल भले ही अलग-अलग दलों से हैं, लेकिन दोनों के बीच अच्छे से संबंध है। दानवे कैलास गोरंट्याल को भाजपा में लाकर जालना नगरपालिका में भगवा लहराना चाहते हैं। इस कदम से जहां भाजपा को स्थानीय चुनावों में बढ़त मिल सकती है, वहीं इन संभावित बदलावों से कांग्रेस को मराठवाडा में बड़ा नुकसान हो सकता है।