अब लाभार्थी महिलाओं को जून माह की किश्त का इंतजार है। हालांकि, अभी तक इसकी कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि जून के आखिरी हफ्ते में 12वीं किस्त की राशि सीधे पात्र महिलाओं के खातों में जमा की जाएगी।
इन अपात्र महिलाओं के आवेदन रद्द
सरकार ने योजना के लाभार्थियों के लिए कुछ मापदंड तय किए हैं। इसके तहत केवल उन्हीं महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा जो इन मापदंडों पर खरी उतरती हैं। जो इस प्रकार हैं- लाभार्थी महिला की उम्र 21 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए। वह महाराष्ट्र की निवासी महिला होनी चाहिए। महिला या उसके परिवार की सालाना आय ढाई लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। महिला या परिवार का कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए। लाभार्थी महिला किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ नहीं ले रही हो। जिन महिलाओं के घर में ट्रैक्टर छोड़कर कोई और चार पहिया वाहन है, वे भी इस योजना के लिए अपात्र हैं।
अब तक लाभ पाने वाली जिन लाडली बहनों ने इन शर्तों का उल्लंघन किया है, उनके आवेदन रद्द कर दिए गए हैं। अब तक लाखों महिलाएं योजना से बाहर हो चुकी हैं। साथ ही, योजना के नाम पर हुई फर्जीवाड़े की घटनाएं सामने आने के बाद सरकार ने लाभार्थियों की सख्त जांच शुरू कर दी है। यानी आने वाले समय में और भी लाडली बहनें अपात्र घोषित कर दी जाएंगी।
सरकार का स्पष्ट कहना है कि पात्र महिलाओं को ही योजना का लाभ मिलेगा। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने हाल ही में 2,289 सरकारी कर्मचारियों की पहचान की, जिन्होंने गरीब महिलाओं के लिए बनाई गई इस योजना का लाभ उठाया था। उन सभी के आवेदन खारिज कर दिए गए हैं। महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिती तटकरे ने कहा है कि लाभार्थियों का सत्यापन जारी रहेगा, यह एक नियमित प्रक्रिया है।