खबर यह भी आई कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बीती रात अचानक दिल्ली गए थे और वहां बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात की। एकनाथ शिंदे के आज विधानभवन में आने के कुछ ही देर बाद शिरसाट फिर मीडिया के सामने आए और स्पष्टीकरण दिया।
‘मैंने ऐसा नहीं कहा…’
औरंगाबाद (पश्चिम) से शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने सफाई देते हुए कहा, “मैंने सिर्फ इतना कहा था कि मुझे आयकर विभाग से नोटिस मिला है। पत्रकारों ने जब पूछा कि क्या श्रीकांत शिंदे को भी नोटिस मिली है, तो मैंने कहा अगर उन्हें भी मिली हो, तो मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मुझे नहीं पता कि उन्हें कोई नोटिस मिला है या नहीं। लेकिन मीडिया ने इसे ऐसे दिखाया जैसे मैंने इसकी पुष्टि कर दी हो।”
शिरसाट ने पहले क्या कहा था?
इससे पहले मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए संजय शिरसाट ने कहा था, “आयकर विभाग सभी की जांच करता है। शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे और मुझे नोटिस मिला है। आयकर विभाग को जवाब देना ही होता है। मुझे 9 जुलाई तक जवाब देने के लिए कहा गया है। लेकिन मैंने समय मांगा है और हम जवाब जरूर देंगे। अगर कोई जांच होती है, तो हम उसका सामना करेंगे। इसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं है और हम पर किसी तरह का दबाव नहीं डाला जा रहा… इस नोटिस की वजह से मैं यह नहीं कहूंगा कि शिवसेना को दबाया जा रहा है। अगर किसी को नोटिस मिलता है, तो इसका मतलब है कि एजेंसी अपना काम कर रही है…” इस बयान ने राजनीतिक भूचाल ला दिया, क्योंकि श्रीकांत शिंदे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे हैं और बीजेपी नीत एनडीए गठबंधन में प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले छत्रपति संभाजीनगर में विट्स होटल की नीलामी में आर्थिक अनियमितताओं के आरोप विपक्ष द्वारा लगाए गए थे। इस मामले में संजय शिरसाट के बेटे की संलिप्तता का भी दावा किया गया था। हालांकि संजय शिरसाट ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था, लेकिन विपक्ष ने मानसून सत्र में इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया। इसी कारण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित करने की घोषणा की थी।
शिंदे की दिल्ली यात्रा पर सस्पेंस!
महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के बीच बुधवार रात को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अचानक दिल्ली गए। कहा जा रहा है कि उनकी दिल्ली यात्रा पहले से तय नहीं थी और न ही किसी को इसकी जानकारी थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली में शिंदे ने बीजेपी के शीर्ष नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। हालांकि, इस दौरे का उद्देश्य क्या था, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है।