इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि जहां भी दिक्कत हों, वहां कार्यकर्ताओं को पार्टी से बात करनी चाहिए और गठबंधन में चुनाव लड़ने का हरसंभव प्रयास किया जाना चाहिए। लेकिन जहां महायुति गठबंधन में चुनाव नहीं हुए, तो वहां हमें अपने सहयोगियों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। हम राज्य में मिलकर काम कर रहे हैं, इसलिए हमें अपने सहयोगियों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उद्धव ठाकरे का किया जिक्र
इस दौरान मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्पष्ट किया कि जहां भी स्थानीय स्तर पर कोई परेशानी हो, वहां के नेता बातचीत से समाधान निकालें, लेकिन सार्वजनिक तौर पर महायुति के सहयोगी दलों पर कोई टिप्पणी न करें। उन्होंने कहा कि 2017 में उद्धव ठाकरे बीजेपी के साथ सत्ता में साथ थे लेकिन रोज बीजेपी को निशाना बनाते थे, हम वैसा नहीं करेंगे। बीजेपी के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने कहा कि पार्टी में छोटे-मोटे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन चुनाव के वक्त सभी को एकजुट रहना चाहिए। यदि कोई कार्यकर्ता पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, तो पार्टी उसे खुद बाहर कर देगी।
कोई लक्ष्य मुश्किल नहीं- फडणवीस
बीजेपी कार्यकर्ताओं को एकजुट काम कर पार्टी को जीत दिलाने की अपील करते हुए फडणवीस ने हालिया रक्तदान अभियान का उदाहरण दिया और कहा कि एक दिन में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 78 हजार यूनिट ब्लड जुटाए, जो शिवसेना के पुराने रिकॉर्ड से तीन गुना अधिक है। इससे यह साबित होता है कि अगर कार्यकर्ता ठान लें, तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं है। अपने संबोधित में सीएम फडणवीस ने अपील की कि आगामी चुनावों में बीजेपी को निर्विवाद रूप से सबसे मजबूत पार्टी साबित करना है। साथ ही कार्यकर्ताओं से कहा कि संघर्ष की नहीं, समन्वय की राजनीति करें और जीत के लिए पूरी ताकत लगाएं।
गौरतलब हो कि सुप्रीम कोर्ट ने 6 मई को महाराष्ट्र राज्य निर्वाचन आयोग को राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव की अधिसूचना चार सप्ताह के भीतर जारी करने का निर्देश दिया। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह की पीठ ने स्थानीय निकाय चुनाव संपन्न कराने के लिए समय-सीमा तय करते हुए इसे चार महीने में संपन्न करने का आदेश भी दिया है।
मुंबई नगर निगम (BMC Election) समेत महाराष्ट्र के 29 नगर निगमों में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं और इसके लिए वार्ड परिसीमन प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही राज्य की 32 जिला परिषदों, 336 पंचायत समितियों और 248 नगरपालिका परिषदों के लिए भी चुनाव इसी साल के अंत में या अगले वर्ष की शुरुआत में हो सकते हैं।