पांच जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी
सबसे गंभीर स्थिति गोंडा, बहराइच, सीतापुर, बाराबंकी और आसपास के क्षेत्रों में देखने को मिल सकती है। इन इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसका मतलब है कि यहां पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। भारी बारिश के चलते जलभराव, यातायात बाधित होना, बिजली आपूर्ति में दिक्कत और मकानों की क्षति जैसी समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।
ऑरेंज अलर्ट: इन जिलों में भी रहें सतर्क
बलरामपुर, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर जैसे जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में तेज़ बारिश के साथ तूफानी हवाओं का भी खतरा बना रहेगा। लोगों को घरों में सुरक्षित रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
आधे से ज्यादा प्रदेश पर बारिश का खतरा
राज्य के लगभग 35 से अधिक जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है, जिनमें फतेहपुर, प्रतापगढ़, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कानपुर नगर, कानपुर देहात, लखनऊ, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, मैनपुरी, इटावा, औरैया और मुरादाबाद जैसे जिले शामिल हैं। येलो अलर्ट का अर्थ है कि यहां हल्की से मध्यम बारिश तो होगी ही, साथ ही कुछ स्थानों पर तेज़ बारिश भी हो सकती है, जिससे दैनिक जीवन प्रभावित हो सकता है।
75 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि पूरे प्रदेश में वज्रपात का खतरा बना हुआ है। बांदा से लेकर झांसी और सहारनपुर से लेकर बलिया तक, प्रदेश के लगभग सभी जिलों में गरज के साथ बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। यह स्थिति विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों के लिए खतरनाक हो सकती है। लोगों को सलाह दी गई है कि बारिश के समय खुले स्थानों पर न रहें, मोबाइल फोन का प्रयोग कम करें और बिजली के खंभों या पेड़ों से दूर रहें।
अन्य राज्यों में भी भारी बारिश का सिलसिला जारी
केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश के अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश का दौर जारी है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी अगले 24 से 48 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। पूर्वोत्तर भारत में मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 3 से 9 अगस्त तक लगातार हल्की से भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। इसके अलावा दक्षिण भारत में तमिलनाडु और केरल में भी 5 अगस्त को अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।
जनता को अलर्ट पर रहने की सलाह
भारतीय मौसम विभाग ने साफ किया है कि अगले 48 घंटे उत्तर प्रदेश के लिए बेहद संवेदनशील हैं। प्रशासन से कहा गया है कि सभी जिलों में राहत और बचाव दलों को अलर्ट पर रखा जाए, जबकि आम जनता को खराब मौसम के दौरान अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की अपील की गई है। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे फसल की सुरक्षा के उपाय समय से कर लें।