“गुंडे-मवाली” बयान बना बवाल की वजह
दरअसल, दो दिन पहले संभल के सपा विधायक इकबाल महमूद ने कांवड़ यात्रा को लेकर बयान दिया था कि “कांवड़ियों से ज्यादा इसमें गुंडे-मवाली शामिल हैं, जो जगह-जगह तोड़फोड़ करते हैं।” इस बयान ने धार्मिक भावनाओं को आहत कर दिया, जिसका विरोध अब धीरे-धीरे उग्र रूप लेने लगा है।
शिवसेना का आक्रोश, सड़कों पर प्रदर्शन
इस बयान के विरोध में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने जिला प्रमुख वीरेंद्र अरोड़ा के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए जिले के एसएसपी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने विधायक की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। वीरेंद्र अरोड़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा – “शिवभक्तों के सम्मान से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इकबाल महमूद ने कांवड़ियों को गुंडा-मवाली कहकर न केवल धार्मिक आस्था का अपमान किया है, बल्कि समाज को बांटने की कोशिश की है। हम ऐसे नेता की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हैं।”
एसएसपी को सौंपा ज्ञापन, चेतावनी भी दी
प्रदर्शन के दौरान शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि यदि विधायक के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। कार्यकर्ताओं का कहना है कि कांवड़ यात्रा श्रद्धा और आस्था का विषय है, इसमें राजनीति और नफरत की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
क्या कहा था विधायक ने?
सपा विधायक इकबाल महमूद ने अपने बयान में कहा था – “अब कांवड़ यात्रा में शिवभक्त कम और गुंडे-मवाली ज्यादा नजर आते हैं। यह धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि उपद्रव का रूप ले चुकी है।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और धार्मिक संगठनों की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई।
राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज
इस विवाद पर जहां शिवसेना ने मोर्चा खोल दिया है, वहीं भाजपा और अन्य हिंदू संगठनों ने भी विधायक के बयान की निंदा करते हुए सपा नेतृत्व से स्पष्टीकरण मांगा है। फिलहाल सपा की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।