यह घटना 10 जून को मेरठ के व्यस्त हापुड़ अड्डे स्थित भगत सिंह मार्केट में हुई। सिंघल गारमेंट्स नामक दुकान के मालिक सीताराम सिंघल के अनुसार, दुकान पर ग्राहकों की भारी भीड़ थी। इसी दौरान ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर सुमित वशिष्ठ दुकान में दाखिल हुआ। जब दुकान के कर्मचारी ग्राहकों को संभालने में व्यस्त थे, तो TSI ने मौके का फायदा उठाकर गारमेंट्स से भरे चार थैले उठाए और चुपचाप वहां से निकल गया। यह पूरी करतूत दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
चोरी के बाद उल्टा दुकानदार को धमकाया
दुकान के मालिक सीताराम सिंघल ने जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उन्हें चोरी का पता चला। उन्होंने जब आरोपी दरोगा सुमित वशिष्ठ को वीडियो दिखाकर चोरी के बारे में बात की, तो उसने अपनी गलती मानने के बजाय झूठ बोलना शुरू कर दिया। आरोप है कि इसके बाद TSI ने बदला लेने की भावना से दुकान के बाहर खड़े ग्राहकों को परेशान करना और उनके चालान काटना शुरू कर दिया, जिससे दुकान की बिक्री पर गहरा असर पड़ा।
व्यापारियों में रोष और वीडियो वायरल
इस घटना से स्थानीय व्यापारियों में भारी रोष है। व्यापारी नेता अजय गुप्ता के नेतृत्व में व्यापारियों ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर आरोपी TSI के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि दरोगा न केवल चोरी कर रहा था, बल्कि पीड़ित व्यापारी को मानसिक रूप से भी प्रताड़ित कर रहा था। इसी बीच, चोरी का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे पुलिस विभाग पर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया। SSP का कड़ा एक्शन, TSI निलंबित
मामले की गंभीरता को देखते हुए मेरठ के एसएसपी विपिन ताडा ने तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा को मामले की जांच सौंपी। शुरुआती जांच में दोषी पाए जाने के बाद आरोपी टीएसआई सुमित वशिष्ठ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।