इंचोली थाना क्षेत्र की रहने वाली 13 वर्षीय किशोरी अपने घुटनों के इलाज के लिए आर्थोपेडिक वार्ड में भर्ती थी। इसी वार्ड में काशीपुर निवासी मोहित भी पिछले कई महीनों से भर्ती था, जिसका पैर एक्सीडेंट में कट गया था। मोहित की तीमारदारी के लिए उसका छोटा भाई रोहित (20) भी वहीं मौजूद था। आरोप है कि इसी रोहित ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस के मुताबिक, मोहित के साथ अक्सर उसके छोटे भाई या परिवार के अन्य सदस्य आते-जाते रहते थे। घटना के वक्त रोहित ही मोहित के साथ था, जिसने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया. रोहित उत्तराखंड के काशीपुर में लोहे की फैक्ट्री में काम करता है।
मेडिकल कॉलेज पर उठे गंभीर सवाल
घटना से मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है। करोड़ों रुपये सुरक्षा पर खर्च करने और गार्डों को नियमित वेतन देने के बावजूद, कॉलेज में ऐसी वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इस मामले में भी कॉलेज प्रशासन का रवैया बेहद आपत्तिजनक रहा है। आरोप है कि कॉलेज ने मामले को छिपाने की कोशिश की और आनन-फानन में पीड़ित किशोरी को डिस्चार्ज भी कर दिया था। पुलिस ने की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की. पीड़ित किशोरी के परिजनों की तहरीर के आधार पर मेडिकल थाने में रोहित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।