जिलाधिकारी के आदेश पर खंड शिक्षा अधिकारी की तहरीर के आधार पर शहर कोतवाली में मंगलवार देर रात मुकदमा पंजीकृत किया गया। आरोप है कि यह पाठशाला बिना किसी अनुमति के चलाई जा रही थी और उसमें बच्चों को राजनीतिक संदेश दिए जा रहे थे।
शिक्षा के अधिकार का हनन बताया गया
बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय ने बताया कि यह कार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 का उल्लंघन है और इससे बच्चों के मौलिक अधिकारों का हनन हुआ है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की शैक्षिक गतिविधि के लिए विभाग से पूर्व अनुमति लेना आवश्यक होता है। बताया जा रहा है कि अखिलेश भारती ने बच्चों को ‘M फॉर मुलायम’ जैसे राजनीतिक संदेश पढ़ाए, जिससे विवाद और गहरा गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और इसे राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से स्कूलों में अफवाह फैलाने और बच्चों का दुरुपयोग करने की कोशिश माना जा रहा है।
कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। स्थानीय स्तर पर इस घटना को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं और लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि जांच के बाद प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।