परिचय देने के बाद भी नहीं दिया रास्ता
होमगार्ड ने यह स्पष्ट करते हुए ई-रिक्शा को आगे बढ़ने से मना कर दिया कि परिक्रमा मार्ग में ई-रिक्शा की एंट्री नहीं है। जब उन्हें बताया गया कि ई-रिक्शा में खुद जिलाधिकारी और एसएसपी हैं, तब भी वह अपने कर्तव्यों पर अडिग रहा और नियमों का पालन करते हुए ई-रिक्शा को आगे जाने की अनुमति नहीं दी। होमगार्ड की इस ईमानदारी और नियमों के प्रति निष्ठा को देखते हुए जिलाधिकारी और एसएसपी ने बिना किसी आपत्ति या बहस के अपना रास्ता बदल लिया।
एसएसपी ने क्या कहा?
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एसएसपी श्लोक कुमार ने कहा, “यह कर्तव्यों का सर्वोत्तम उदाहरण है। सभी सुरक्षाकर्मियों को स्पष्ट निर्देश थे कि परिक्रमा मार्ग में किसी भी ई-रिक्शा को प्रवेश नहीं मिलेगा, और इस होमगार्ड ने उस आदेश का पूरी निष्ठा से पालन किया है।” एसएसपी ने होमगार्ड को आगामी मीटिंग में सम्मानित करने की घोषणा भी की है। इस घटना के बाद आम लोग होमगार्ड की जमकर सराहना कर रहे हैं। लोग उसकी ईमानदारी और निडरता को प्रशासनिक व्यवस्था के लिए एक प्रेरक उदाहरण बता रहे हैं। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से नियमों के प्रति सम्मान दर्शाते हुए रास्ता बदलने के फैसले की भी प्रशंसा हो रही है।
मुड़िया पूर्णिमा मेले की तैयारी में जुटा है प्रशासन
मुड़िया पूर्णिमा मेले के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मथुरा पुलिस इस साल पूरी तरह मुस्तैद है। मेले में उमड़ने वाली भारी भीड़ को सुरक्षा देने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन ड्रोन कैमरों से लगातार निगरानी कर रहा है। इन अत्याधुनिक ड्रोन से मिलने वाली फुटेज का विश्लेषण कर संदिग्ध गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। मथुरा एसएसपी के मुताबिक, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस बल पूरी तरह तैयार है।