Kanha Tiger Reserve: प्रदेश के पूर्वी हिस्से में जोरदार बारिश के बीच नदी-नाले उफान पर हैं। बंजर नदी में बहता बाघ का शव खापा रेंज के हर्राभाट ग्राम से मिला है।
Tiger carcass recovered from river inside Kanha reserve (फोटो सोर्स : मेटा एआई जेनरेटेड)
Kanha Tiger Reserve: प्रदेश के पूर्वी हिस्से में जोरदार बारिश के बीच नदी-नाले उफान पर हैं। इस बीच कान्हा टाइगर रिजर्व(Kanha Tiger Reserve) से दो घटनाएं सामने आईं। पहली घटना में बंजर नदी में बहता बाघ का शव खापा रेंज के हर्राभाट ग्राम में मिला। सोमवार रात कान्हा प्रबंधन को बाघ के बहने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद एसडीआरएफ और वन विभाग की टीमों ने तलाशी अभियान चलाया।
रातभर चले रेस्क्यू के बाद मंगलवार सुबह शव बरामद हुआ। वन्य जीव विशेषज्ञों के अनुसार, बाघ कुशल तैराक होता है लेकिन इस बाघ की मौत पर कई सवाल उठ रहे हैं। इसलिए उसके बाढ़ में बहने की आशंका कम है। आशंका है कि बाघ की मौत पहले ही हो चुकी थी और बाढ़ में शव बह गया। मामले के बाद वन विभाग अलर्ट पर है।
दो घंटे रेस्क्यू के बाद बाघ को निकाला
Kanha Tiger Reserve (फोटो सोर्स : पत्रिका) दूसरी घटना में टाइगर रिजर्व से सटे ग्राम मालखेड़ी की है। यहां बिन मुंडेर के कुएं में एक बाघ गिर गया। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सोमवार रात 12.30 बजे रेस्क्यू शुरू किया और रात 2.45 बजे बाघ को सुरक्षित निकाला। बाघ पूरी तरह स्वस्थ था और कुएं से बाहर आते ही वह खुद जंगल की ओर लौट गया।