संतराम पटेल ने पुलिस को बताया कि 6 जुलाई की रात वे अपने परिवार के साथ सो रहे थे। घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद थीं। तभी दो अज्ञात व्यक्ति छत के रास्ते घर में घुस आए। दोनों ने काले कपड़े पहने थे और चेहरों पर नकाब बांध रखा था। एक बदमाश ने
चाकू और पिस्तौल जैसी वस्तु पकड़ी थी। उन्होंने मच्छरदानी फाड़ दी। जिससे संतराम जाग गया। बदमाशों ने उन्हें धमकाया और चाकू से हमला किया। जिससे उनकी बायीं तर्जनी उंगली कट गई और काफी खून बहने लगा। संतराम ने बताया कि वे और उनकी पत्नी, जोर-जोर से चिल्लाए।
इसके बाद बदमाशों ने उन्हें पकड़कर घर की परछी में रखे तखत पर बिठा दिया। बदमाशों ने खाकी रंग के सेलोटेप से उनके दोनों हाथ बांध दिए। इसके बाद बदमाशों ने संतराम की पत्नी को डराकर उसके गले से 20 साल पुराना लगभग 2 तोला वजन का सोने की माला और कानों से 6 ग्राम की सोने की लटकन लूट ली। कुल मिलाकर 2 तोला 6 ग्राम सोने के जेवरात लूट लिए गए। बदमाशों ने धमकी दी कि यदि इस घटना की जानकारी किसी को दी गई तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
डर के मारे संतराम और उनकी पत्नी ने विरोध नहीं किया। लूटपाट के बाद बदमाश आंगन की सीढ़ियों से छत के रास्ते भाग निकले। संतराम और उनकी पत्नी ने मुय दरवाजा खोलकर बाहर चिल्लाकर मदद मांगी, लेकिन तब तक बदमाश सड़क की ओर पैदल भाग चुके थे। घटना के बाद संतराम ने घर के दूसरे कमरे में रखी लकड़ी की अलमारी की जांच की, जहां उन्होंने 5 जुलाई को इंडियन बैंक से निकाले 60000 रुपए रखे थे। वह राशि भी गायब थे। इस तरह बदमाश कुल 85000 रुपए की नकदी और जेवरात लूटकर फरार हो गए।
पुलिस ने घटनास्थल का किया मुआयना सूचना संतराम ने अपने परिचित सोहन लाल साहू को दी। सूचना मिलते ही सोहन लाल उनके घर पहुंचे और चचेरे भाई लखपति पटेल के साथ गांव के डॉ. हेमरतन साहू को बुलाया। डॉक्टर ने संतराम की घायल उंगली का प्राथमिक उपचार किया। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 3(5), 309(6) और 331(6) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि बदमाशों की पहचान और गिरतारी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है और लोग सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।