पिछले 48 घंटे में जिले में 75 मिमी बारिश हुई। महासमुंद विकासखंड में दो दिन में 80 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। महासमुंद जिले में 8 जुलाई की स्थिति में औसत से सात फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। 8 जुलाई तक जिले में 257 मिमी बारिश होती है, लेकिन अब तक 274 मिमी हो चुकी है। लगातार बारिश से निचले इलाकों में पानी भरने लगा है। शहर के त्रिमूर्ति कॉलोनी के आस-पास लबालब पानी भर गया है।
इसके अलावा खेतों में भी लबालब पानी भरा हुआ है। इसके अलावा शीतली नाला का जलस्तर भी बढ़ गया है। लगातार
बारिश से सब्जी बाजार में भी कीचड़ का आलम रहा। आदर्श बालक स्कूल का मैदान भी लबालब पानी से भर गया है। जिला सेनानी दिनेश रावटे ने बताया कि जिले में अभी फिलहाल कहीं भी बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है। सहायता के लिए टीम अलर्ट है।
जिले में अब तक 274 मिमी बारिश पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से किसानों को राहत मिली है। धान की फसल के लिए पानी की आवश्यकता होती है। हालांकि, खेतों में पानी भर गया है। फसल के लिए पर्याप्त पानी मिल जाने से किसानों में खुशी भी है। जिले में इस वर्ष 2 लाख 59 हजार हेक्टेयर में खरीफ की फसल ली जा रही है। इसमें 2 लाख 45 हजार हेक्टेयर में धान की फसल की जा रही है। पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से नालों व नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। शीतली नाला का जलस्तर बढ़ गया है। बहनी और चिंगरौद जाने वाला मार्ग बाधित हुआ है। नाला के ऊपर से पानी बह रहा है।
जिले में अब तक २७४ मिमी बारिश हो चुकी है। मंगलवार को जिले में २५ मिमी बारिश दर्ज की गई। महासमुंद विकासखंड में 32 मिमी, सरायपाली में 15.6 , बसना में 18, पिथौरा में 36, बागबाहरा में 22, कोमाखान में 25 मिमी बारिश दर्ज की गई। एक जून से अब तक महासमुंद में 281 मिमी, सरायपाली में 297, बसना में 257 मिमी, पिथौरा में 326, बागबाहरा में 257, कोमाखान में 225 मिमी बारिश दर्ज की गई।