यूपी में मौसम ने ली दो जानें: तेज हवाओं और बारिश से जनजीवन प्रभावित, किसानों को झटका
किन-किन जिलों में होगा असर
मौसम विभाग के अनुसार लखनऊ, आगरा, मेरठ, अलीगढ़, बरेली, कानपुर, प्रयागराज, शाहजहांपुर और मुरादाबाद जैसे जिलों में मौसम में बदलाव ज्यादा प्रभावी रहेगा। यहां तेज हवाएं (30 से 50 किमी/घंटा) चल सकती हैं, जो धूल भरी आंधी का रूप ले सकती हैं। इसके साथ ही कई जगहों पर गरज-चमक के साथ बारिश और ओले गिरने की भी संभावना जताई गई है।
मौसम बदलाव की क्या है वजह
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ एक ऐसा मौसमी तंत्र होता है जो आमतौर पर ईरान और अफगानिस्तान के क्षेत्र से होता हुआ जम्मू-कश्मीर और हिमाचल की पहाड़ियों तक पहुंचता है। इससे चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनता है, जो मैदानी इलाकों में नमी लेकर आता है और इसी के चलते गर्म हवाओं से टकराकर मौसम में उथल-पुथल पैदा होती है। इस बार भी यही हो रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में सक्रिय हो रहा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अब पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहा है, जिससे गरज-चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि की आशंका बढ़ गई है।आंधी-तूफान और ओलावृष्टि ने यूपी के कई जिलों में मचाई तबाही, लखनऊ में सैकड़ों पेड़ गिरे, फसलों को भारी नुकसान
कैसा रहेगा दिन-रात का तापमान
मौसम विभाग के अनुसार बारिश और हवाओं के चलते अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है। जहां दिन की शुरुआत हल्की ठंडी हवा से होगी, वहीं दोपहर के बाद मौसम गरम और उमस भरा हो सकता है। इसके बाद शाम को आंधी और बौछारें मौसम को पलट सकती हैं।आम लोगों के लिए अलर्ट
- मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग ने आम लोगों के लिए कुछ सावधानियां भी जारी की हैं:
- खुले में खड़े पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास न रहें
- तेज हवाओं में टूटी होर्डिंग्स व छतों से गिरने वाले सामान से सतर्क रहें
- किसान ओलावृष्टि से बचाव के लिए तैयार रहें, फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें
- वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं, खासकर जब आंधी या बारिश शुरू हो
- घर के दरवाजे-खिड़कियां बंद रखें, ताकि धूल घर में न घुसे

किसानों के लिए विशेष चेतावनी
कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि गेंहू, आम और सब्जियों की फसलें इस समय काफी संवेदनशील हैं।अगर ओलावृष्टि होती है तो सीधे फसलों को नुकसान पहुंचेगा। ऐसे में नैट, पॉलीहाउस, या छायादार व्यवस्था का उपयोग कर सकते हैं। किसानों को सुझाव है कि जल्द से जल्द कटाई करके उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाए।
यातायात और जनजीवन पर असर
तेज आंधी और बारिश के चलते ट्रैफिक में बाधा, पेड़ गिरने, बिजली सप्लाई में रुकावट और छोटे दुकानदारों को नुकसान की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा है और नगर निगमों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। यह मौसमी बदलाव केवल 1 या 2 दिन तक सीमित नहीं रहेगा। विभाग के अनुसार, अगले 72 घंटों तक मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। 2 और 3 मई को भी कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है, जबकि पूर्वी यूपी में इसका असर अपेक्षाकृत कम रहेगा।हरदोई, सीतापुर समेत यूपी के 8 जिलों में तूफान और बारिश का कहर, गेहूं की फसलें बर्बाद, किसानों पर टूटा आफत का पहाड़
मौसम में दिखेगा बदलाव
- 1 मई से उत्तर प्रदेश में मौसम एक बार फिर से करवट लेने वाला है।
- लखनऊ समेत कई जिलों में तेज हवा, धूल भरी आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना ने प्रशासन और आम जन को सतर्क कर दिया है।
- जहां गर्मी से थोड़ी राहत की उम्मीद है, वहीं अचानक आने वाली मौसमी घटनाएं जनजीवन और खेती के लिए चुनौती भी पेश कर सकती हैं।