प्रथम चरण: 27 जून से 8 जुलाई तक
प्रथम चरण में 27 जून से 2 जुलाई 2025 तक अभ्यर्थी अपनी पसंद के कॉलेजों और शाखाओं के विकल्प भर सकेंगे। इसके उपरांत, चयनित अभ्यर्थियों को 4 जुलाई से 6 जुलाई तक शुल्क जमा करना होगा। संबंधित दस्तावेजों का सत्यापन 4 जुलाई से 7 जुलाई तक किया जाएगा। यदि किसी छात्र को प्रवेश लेने से पूर्व सीट वापस करनी है, तो उसके लिए 8 जुलाई को अवसर दिया जाएगा। यह प्रक्रिया सीट लॉकिंग एवं स्वीकृति के पहले चरण को पूर्ण करेगी।
द्वितीय चरण: 9 जुलाई से 17 जुलाई तक
इस चरण में 9 जुलाई से 11 जुलाई तक अभ्यर्थियों को विकल्पों में सुधार की सुविधा मिलेगी। यानी यदि कोई छात्र पहले चरण में दिए विकल्पों में परिवर्तन करना चाहता है तो वह इसे इन तिथियों में कर सकेगा। इसके पश्चात, 13 से 15 जुलाई तक शुल्क जमा करने की प्रक्रिया चलेगी, और 14 से 16 जुलाई तक दस्तावेजों का सत्यापन संपन्न होगा। जिन छात्रों को सीट की आवश्यकता नहीं है, वे 17 जुलाई को अपनी सीट वापसी कर सकते हैं।
तृतीय चरण: अंतिम अवसर 18 जुलाई से 26 जुलाई तक
जो छात्र पहले दो चरणों में प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए हैं, उनके लिए तीसरा और अंतिम चरण 18 जुलाई से 20 जुलाई तक रखा गया है। इन तिथियों में छात्र प्रवेश हेतु आवेदन कर सकते हैं। 21 जुलाई को छात्रों को सीट का आवंटन कर दिया जाएगा। 22 से 25 जुलाई तक दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। 26 जुलाई को अंतिम बार सीट वापसी की सुविधा दी जाएगी, इसके बाद कोई और अवसर नहीं होगा।
प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता व सुरक्षा की व्यवस्था
परिषद ने यह स्पष्ट किया है कि पूरी प्रवेश प्रक्रिया केवल परिषद के आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से ही संपन्न की जाएगी। किसी अन्य माध्यम या एजेंसी से संपर्क करने पर छात्र जोखिम में पड़ सकते हैं। रेफ्रिजरेटर (फ्रीज सीट) या फ्लोट विकल्प को चुनना सभी विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य किया गया है। यह विकल्प यह सुनिश्चित करने के लिए है कि छात्र अपनी प्राथमिकता के अनुसार सीट को रोककर रख सकें या अगले चरण में बेहतर विकल्प के लिए आगे बढ़ सकें।
अधिक शुल्क की शिकायत के लिए समिति
यदि किसी संस्थान द्वारा विद्यार्थियों से निर्धारित शुल्क से अधिक राशि वसूली जाती है, तो इसकी शिकायत नोएडा स्थित प्रवेश एवं शुल्क समिति में की जा सकती है। समिति शिकायतों का त्वरित समाधान करेगी और संबंधित संस्थान के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मूल दस्तावेज अनिवार्य लेकिन बंधन नहीं
प्रवेश के समय संस्थानों को बिना किसी अतिरिक्त शर्त के छात्रों को उनके मूल दस्तावेजों के आधार पर प्रवेश देना अनिवार्य होगा। किसी भी स्थिति में संस्थान मूल प्रमाणपत्रों को बंधक नहीं बना सकते। इससे छात्रों को किसी अन्य संस्थान में स्थानांतरण या उच्च शिक्षा की प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आएगी।
सीट संख्या में बदलाव होने पर समायोजन
यदि AICTE द्वारा किसी संस्थान की सीटों की संख्या में बदलाव किया जाता है, तो परिषद द्वारा छात्रों का समुचित समायोजन किया जाएगा। परिषद ने कहा है कि छात्र किसी प्रकार की चिंता न करें, सभी योग्य छात्रों को सीट आवंटित की जाएगी।
तैयार रहें, सतर्क रहें
यह प्रवेश कार्यक्रम प्रदेश के लाखों पॉलिटेक्निक अभ्यर्थियों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगा। परिषद ने पारदर्शी, चरणबद्ध और सुरक्षित प्रवेश प्रक्रिया सुनिश्चित की है, जिससे छात्रों को बेहतर संस्थान और कोर्स मिल सके। अभ्यर्थियों से अनुरोध है कि वे केवल परिषद की वेबसाइट से ही जानकारी प्राप्त करें और किसी भी अफवाह या निजी एजेंट से बचें। यूपी में तकनीकी शिक्षा की दिशा में यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण कदम है जो न केवल गुणवत्ता में वृद्धि करेगा, बल्कि रोजगार के बेहतर अवसरों को भी सुनिश्चित करेगा।