पेव्ड शोल्डर से लेकर ले-बाई के निर्माण में आएगी तेजी
प्रदेश में बड़े स्तर पर दो लेन से कम चौड़ाई वाले मार्गों को न्यूनतम दो लेन (पेव्ड शोल्डर युक्त) करने की तैयारी है, जिससे पैदल यात्रियों को सहूलियत मिलेगी। इसके साथ ही, 50 किमी से अधिक लंबाई वाले राज्यमार्गों पर ट्रक ले-बाई के निर्माण कार्य में भी तेजी लाने की तैयारी है। इन सभी कार्यों के जरिए प्रदेश में रोड सेफ्टी को बढ़ावा देने और यातायात सुधार की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। 748 करोड़ रुपए की लागत से 895 पेव्ड शोल्डर की चौड़ाई के कार्यों को पूरा किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी राज्यमार्ग कम से कम 2 लेन चौड़े तथा पेव्ड शोल्डर युक्त हों, जिससे पैदल यात्रियों व साइकिल इत्यादि से चलने वाले राहगीरों की सुविधा व सुरक्षा में इजाफा होगा।
इसी प्रक्रिया के अंतर्गत 50 किमी से अधिक लंबाई वाले राज्यमार्गों पर ट्रक ले-बाई के निर्माण कार्य को पूरा करने की तैयारी है। इसके लिए कुल 102 कार्य निर्धारित हैं, जिसके जरिए 8,887.88 किमी की लंबाई पर इन कार्यों को पूरा किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, प्रदेश में ऐसे स्थान जहां यातायात परिवहन की वास्तविक गति निर्माण के दौरान प्रस्तावित डिजाइन गति से 50 प्रतिशत या कम है, ऐसे सभी मार्गों को चिह्नित कर लिया गया है। इन मार्गों पर मेजर जियोमेट्रिकल इंप्रूवमेंट की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा, जिससे न केवल यातायात परिवहन की गति में सुधार होगा बल्कि सुगम व सुरक्षित यातायात को बढ़ावा मिलेगा।
28,830 विभिन्न चौराहों, तिराहों की बदलेगी किस्मत
इसी प्रकार, प्रदेश के 28,830 विभिन्न चौराहों, तिराहों और महत्वपूर्ण रोड जंक्शन्स पर सुधार कार्यों को 2,000 करोड़ की अनुमानित लागत से पूरा किए जाने की तैयारी है। यहां दीर्घकालिक व अल्पकालिक सुधार कार्यों समेत रोड सेफ्टी के विभिन्न मानकों के अनुरूप कार्रवाई होगी।