शहाबुद्दीन बरेलवी ने शनिवार को सपा सांसद एसटी हसन के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल में आई त्रासदी एक प्रकार की आपदा है। इसे मजहब से जोड़ना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा सपा सांसद एसटी हसन ने इस आपदा को मजहबी रंग दे दिया है। मौलाना ने कहा कि एसटी हसन का बयान बिल्कुल विपरीत है। यह आई आफत से हिन्दू मुस्लिम का कोई लेना देना नहीं है। यह आफत अचानक आई है। इस प्रकार की आपदाएं कुदरती तौर पर होती रहती है। ऐसी आपदाएं कभी ख़लिश हिन्दू इलाके में होती है तो कभी मुस्लिम इलाके में होती है। इसे जो लोग धर्म से जोड़ कर देखते हैं। तो उनकी बेवकूफी है।
उन्होंने कहा कि खुदा से दुआ करनी चाहिए कि इस प्रकार की आपदा कहीं पर न हो। ऐसी आपदाओं से जान- माल को बहुत नुकसान पहुंचता है। यह एक प्रकार का कहर है और इसे हिंदू मुस्लिम के एंगल से नहीं देखना चाहिए। इस प्रकार की आफत हिंदुस्तान में न आए, इसके लिए भगवान से दुआ करें।
जानें एसटी हसन ने क्या दिया था बयान
ज्ञात हो कि समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने उत्तराखंड में आई आपदा को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि धार्मिक स्थलों पर बुलडोजर चलाने से यह आपदा आई है। हसन ने कहा कि ‘बहुत ही हृदय विदारक घटना हुई है। यह आपदाएं क्यों आ रही हैं? कभी इसपर ध्यान देना चाहिए। उत्तराखंड में और हिमाचल प्रदेश में दूसरे के मजहब का कोई भी सम्मान नहीं हो रहा है। किसी भी धार्मिक स्थल पर बुलडोजर नहीं चलाना चाहिए। इस दुनिया को चलाने वाला कोई और है, जब उसका इंसाफ होता है तो फिर आदमी कहीं से भी अपने आप को नहीं बचा पाता है।