मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के 58 जिलों में अगले 24 घंटे तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इनमें लखीमपुर खीरी, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कासगंज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, झांसी, ललितपुर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बिजनौर प्रमुख जिले शामिल हैं।
लखनऊ में जनजीवन प्रभावित
राजधानी
लखनऊ में गुरुवार सुबह से ही हो रही बारिश ने यातायात व्यवस्था को प्रभावित कर दिया। चारबाग, हजरतगंज, अलीगंज, गोमतीनगर और आलमबाग इलाकों में पानी भर गया। नगर निगम की टीमें पंप लगाकर जलभराव हटाने में जुटी रहीं। जिलाधिकारी ने एहतियातन सभी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया और अभिभावकों से बच्चों को सुरक्षित रखने की अपील की।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से उठी नमी भरी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के असर से राज्य में भारी बारिश हो रही है। विभाग ने अगले 24 से 48 घंटे तक भारी वर्षा, आकाशीय बिजली गिरने और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को सलाह दी गई है कि वे खुले स्थान पर काम करने से बचें और अपने पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखें।
आपदा प्रबंधन की तैयारी
राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन विभाग को हाई अलर्ट पर रखा है। सभी जिलों के डीएम और एसपी को संवेदनशील इलाकों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। लखनऊ, मुरादाबाद और बरेली में कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके। नावे, जेसीबी मशीनें और राहत सामग्री तैयार रखी गई है।
बाढ़ और जलभराव का खतरा
मौसम विभाग के मुताबिक, गंगा और शारदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो सकती है। लखीमपुर खीरी और शाहजहांपुर के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने का खतरा है। सिंचाई विभाग ने बांधों और नहरों की निगरानी तेज कर दी है।
सड़क और रेल यातायात प्रभावित
लगातार बारिश के चलते कई सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर धीमी गति से यातायात संचालित हुआ। रेल सेवाओं पर भी असर पड़ा है। चारबाग रेलवे स्टेशन पर कई ट्रेनों में देरी दर्ज की गई। परिवहन विभाग ने यात्रियों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
2017 के बाद सबसे ज्यादा बारिश का अंदेशा
मौसम विभाग का कहना है कि अगस्त महीने में इस तरह की भारी बारिश 2017 के बाद पहली बार हो रही है। यदि इसी तरह बारिश जारी रही तो कई जिलों में रिकॉर्ड वर्षा दर्ज की जा सकती है।
अधिकारियों की अपील
जोनल जोन 3 के अधिकारी अमरजीत यादव ने बताया कि नगर निगम की टीमें चौकसी में हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में इमरजेंसी व्यवस्थाएं बढ़ा दी हैं।
स्थानीय निवासियों की दिक्कतें
निवासियों का कहना है कि जलभराव के चलते घरों और दुकानों में पानी घुस गया है। कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई। गोमतीनगर की रचना सिंह ने बताया, “सुबह से ही बिजली नहीं है और पानी सड़कों से घरों तक घुस आया है।”