48 घंटों तक तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी, किसानों की बढ़ी चिंता
ब्लैकआउट के पीछे की हकीकत: मॉक ड्रिल
जैसे-जैसे समय बीतता गया, लोगों के बीच बेचैनी बढ़ने लगी। कुछ ने सोचा कि ये तकनीकी खराबी है, तो कुछ ने साइबर हमले की आशंका जताई। लेकिन करीब 10 बजे के आसपास सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट किया कि यह एक सुरक्षा मॉक ड्रिल का हिस्सा था। दरअसल, गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देश पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), राज्य आपदा प्रबंधन बल (SDRF), पुलिस, फायर ब्रिगेड और अन्य एजेंसियों के संयुक्त सहयोग से एक गुप्त मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी।इस मॉक ड्रिल का मकसद था किसी बड़े आपदा या आतंकी हमले की स्थिति में सरकारी एजेंसियों की तैयारियों का मूल्यांकन करना। इसी के चलते शहर के कुछ हिस्सों में बिजली बंद की गई थी ताकि अभ्यास यथासंभव वास्तविक लग सके।

बारिश ने बदल दिया माहौल
करीब 11 बजे के बाद जैसे ही लोग अपने घरों की खिड़कियों से बाहर झांक रहे थे, आसमान में काले बादल गरजने लगे। इसके तुरंत बाद बूंदाबांदी शुरू हुई जो धीरे-धीरे मूसलाधार बारिश में बदल गई। जहां एक तरफ ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल ने तनाव का माहौल बना दिया था, वहीं बारिश ने उसे पूरी तरह से धोकर एक रूमानी, ताजगी भरे पल में बदल दिया।लखनऊ, हरदोई और सीतापुर में मौसम ने ली करवट: अगले 72 घंटे संवेदनशील, बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट
चाय, समोसे और बारिश – लखनऊ की रात हुई खास
बारिश के साथ ही लोगों के चेहरे खिल उठे। कई युवा सड़कों पर निकल आए, कुछ ने बारिश में नाचना शुरू कर दिया तो कई कैफे और चाय की दुकानों पर भीड़ बढ़ गई। लखनऊ के मशहूर टुंडे कबाबी और रिहान टी स्टाल पर चाय-समोसे की डिमांड अचानक बढ़ गई। कई परिवारों ने घर की छतों पर बैठकर गर्म चाय और पकौड़े का आनंद लिया।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ #RomanticLucknow
रात लगभग 12 बजे से ही ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #RomanticLucknow ट्रेंड करने लगा। लोगों ने बारिश की तस्वीरें और वीडियो साझा किए। ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल को लेकर मीम्स भी वायरल होने लगे, लेकिन ज्यादातर लोगों ने इस पूरे अनुभव को सकारात्मक रूप में लिया।लखनऊ में बदलेगा मौसम का मिजाज, तेज हवाएं और हल्की बारिश से मिलेगी गर्मी से राहत
प्रकृति और प्रशासन का अनोखा तालमेल
इस पूरी घटना को अगर एक नजर में देखा जाए तो यह एक अनोखा संयोग बन गया – प्रशासनिक तैयारी, सुरक्षा को लेकर सजगता, और कुदरत की मेहरबानी। यह रात लखनऊ के लिए सिर्फ एक रूटीन डे नहीं रही, बल्कि लोगों की यादों में बस जाने वाली एक खास रात बन गई।
प्रशासन की ओर से स्पष्टीकरण
सुबह होते ही जिला प्रशासन की ओर से एक आधिकारिक बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि “यह मॉक ड्रिल पूरी तरह सफल रही और सभी एजेंसियों ने तालमेल से कार्य किया। नागरिकों को हुई असुविधा के लिए खेद है, लेकिन ऐसी तैयारियां भविष्य की सुरक्षा के लिए ज़रूरी हैं।”लखनऊ का मौसम हुआ सुहाना: तेज हवाओं और बादलों ने दी तपिश से राहत, तापमान में 5 डिग्री की गिरावट
प्रभाव और प्रतिक्रियाएं
- लोगों में उत्सुकता और थोड़ी घबराहट: ब्लैकआउट के समय कई लोगों को अनजाने डर ने घेर लिया, लेकिन प्रशासन के स्पष्टीकरण के बाद मामला शांत हुआ।
- बारिश ने राहत दी: उमस से परेशान लोग झमाझम बारिश से बेहद खुश नजर आए।
- सुरक्षा एजेंसियों की सराहना: मॉक ड्रिल को लेकर अधिकतर लोगों ने सोशल मीडिया पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।