समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर चुटकी लेते हुए अपने X हैंडल पर लिखा, ‘इन्होंने इश्तहार में न लगाया उनका चित्र। उन्होंने किसी और को कह दिया ‘मित्र’!’ अखिलेश का यह तंज, कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सहित कई मंत्रियों की उपस्थिति के बावजूद, अमित शाह द्वारा केशव प्रसाद मौर्य को विशेष रूप से ‘मित्र’ संबोधित करने पर था।
अपने भाषण की शुरुआत में अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘यूपी के लोकप्रिय और सफल मुख्यमंत्री’ बताया, और इसके तुरंत बाद केशव प्रसाद मौर्य का जिक्र करते हुए उन्हें अपना ‘मित्र और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री’ कह कर संबोधित किया। इस वीडियो क्लिप को लोग सोशल मीडिया पर लगातार साझा कर रहे हैं।
अमित शाह और केशव मौर्य का पुराना नाता
उल्लेखनीय है कि अमित शाह और केशव प्रसाद मौर्य का संबंध काफी पुराना है। जब अमित शाह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तब केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में ही शानदार सफलता हासिल की थी।
ओबीसी समाज के एक कद्दावर नेता के रूप में केशव प्रसाद मौर्य अक्सर दिल्ली में अमित शाह के साथ अपनी मुलाकातों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते रहते हैं, जो उनके मजबूत संबंधों को दर्शाती हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अमित शाह द्वारा मौर्य को ‘मित्र’ कहकर संबोधित करने के पीछे उनके व्यक्तिगत और राजनीतिक पुराने संबंध ही मुख्य वजह हो सकती है।