लेकिन इस पर सियासी रंग भी चढ़ने लगा है। लोकगायिका और सोशल मीडिया पर अपने तीखे व्यंग्य के लिए मशहूर नेहा सिंह राठौर ने इसे लेकर भाजपा पर कटाक्ष किया है। उन्होंने पूछा- ’क्या डिबिया पर भी साहब की फोटो होगी?’
नेहा के व्यंग्य से शुरू हुआ बहस का दौर
नेहा सिंह राठौर ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा- ‘घर-घर सिंदूर बंटेगा, लेकिन क्या हर डिबिया पर साहब की फोटो होगी? कहीं ऐसा न हो कि अगली बार सिंदूर भी ‘डिजिटल इंडिया’ ऐप से बुक करना पड़े।” इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी। एक ओर जहां कई लोगों ने इसे भाजपा की ‘महिला सशक्तिकरण’ की दिशा में पहल बताया, वहीं विरोधियों ने इसे प्रचारवाद और चुनावी स्टंट करार दिया।
नेहा सिंह ने सरकार पर किया तीखा प्रहार
नेहा सिंह ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि ‘नरेंद्र मोदी सरकार आपरेशन सिंदूर की अपार सफलता के बाद इसे घर-घर पहुंचाने की तैयारी में है… अरे चौंकिए मत ये पक्की खबर है। नेहा सिंह ने आगे कहा कि अगर सरकार ने थोड़ी और वीरता दिखा दी होती तो यह घर-घर जाकर सिंदूर, महावर, बिछिया, चूड़ा और कंघी भी बांट आते, तीज और खिचड़ी भी पहुंचाते। उन्होंने आगे कहा कि मैं बिहार और पूरे देश की महिलाओं से यह कहना चाहूंगी कि जब यह भाजपाई सिंदूर लेकर आपके घर आएं तो दरवाजा मत खोलिएगा… सोचकर देखिए एक तो भाजपाई दूसरे सिंदूर लेकर आया है। अब यह बात आपको समझाने की जरूरत तो है नहीं? और सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि इस सिंदूर की डिबिया पर भी क्या साहब की फोटो होगी। इस दौरान नेहा सिंह राठौर ने नरेंद्र मोदी को सिंदूरी लाल भी बता दिया। मेरी आप सब से यह गुजारिश है दरवाजा खोलकर बाहर बिल्कुल मत निकलिएगा और बंद दरवाजे के पीछे से ही डांट दीजिएगा और बोल दीजिएगा कि सिंदूर अपने पति का दिया हुआ लगाया जाता है… किसी और का दिया हुआ नहीं। ये बेफिजूल की बातों से सरकार का क्या लेना देना।
बिहार में चुनाव आ रहा है भाजपा सरकार बिहार की महिलाओं की भावनाओं से खेलना चाह रही है। बिहार से कितने पुरूष रेलगाड़ियों में भर भरकर इधर-उधर रोजगार की तलाश में जाते हैं। अगर सरकार को कुछ देना ही है तो रोजगार दे, जिससे यहां के लोग बाहर न जाएं। सरकार पूरी ताकत लगा रही कि यह सवाल जनता के मन में बिलकुल न आए कि बिहार में रोजगार नहीं है। सच तो ये है कि जब दूल्हा बारात लेकर आता है तो वह अपनी दुल्हन के लिए सिंदूर महावर और सुहाग की सारी चीजें लेकर आता है। किसी दूसरी महिला को सिंदूर देना पाप है। यह कतई स्वीकार नहीं है।’