पाकिस्तान की रैली में हुआ शामिल, उगला भारत के खिलाफ जहर
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लाहौर में आयोजित एक आतंकी रैली में कसूरी भी शामिल हुआ। पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह पहला मौका था जब सैफुल्लाह खुलेआम सबके सामने आया। लश्कर के कई आतंकी और पंजाब प्रांत के राजनेता भी इस रैली में शामिल हुए। सैफुल्लाह ने इस रैली में जनता को संबोधित किया। सैफुल्लाह ने कहा, “भारत ने मुझे पहलगाम आतंकी हमले का आरोपी ठहराया और इससे मैं पूरी दुनिया में फेमस हो गया।” सैफुल्लाह ने करीब 20 मिनट तक रैली को संबोधित किया, जिसमें उसने जमकर भारत के खिलाफ जहर उगला।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ में मारे गए आतंकी के नाम अस्पताल बनाने का वादा
भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान में 100 से ज़्यादा आतंकी मारे गए, जिनमें मुदासिर अहमद नाम का खूंखार आतंकी भी शामिल था। सैफुल्लाह ने रैली में वादा किया कि वह अहमद के नाम का अस्पताल बनवाएगा।
किसने और क्यों किया रैली का आयोजन?
लाहौर में हुई इस रैली जा आयोजन लश्कर-ए-तैयबा की राजनीतिक शाखा पाकिस्तान मरकज़ी मुस्लिम लीग – पीएमएमएल (Pakistan Markazi Muslim League – PMML) ने किया। इस रैली में शामिल आतंकियों ने भारत के विरोध में जमकर बयानबाजी की और साथ ही पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण की वर्षगांठ का जश्न भी मनाया।
आतंकी हमले के कुछ दिन बाद ही गिड़गिड़ाया था सैफुल्लाह
पहलगाम आतंकी हमले के चार दिन पहले ही सैफुल्लाह ने पीओके में एक रैली में भारत, पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और हिंदुओं (Hindus) के खिलाफ जमकर जहर उगला था और कश्मीर में जिहाद फैलाने और कत्लेआम मचाने की धमकी दी थी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब भारत सरकार ने चेतावनी दी कि इसके पीछे जिन लोगों का हाथ है उन्हें माफ नहीं किया जाएगा, तो सैफुल्लाह अपनी जान पर खतरे को देखते हुए दुनिया के सामने गिड़गिड़ाने लगा था। लश्कर कमांडर ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था, “मैंने कुछ नहीं किया है। भारत मुझ पर और पाकिस्तान पर इस हमले का झूठा आरोप लगा रहा है। इससे दुनियाभर में पाकिस्तान की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे जिन आतंकियों का हाथ था, उनसे मेरा कोई लेना-देना नहीं है।”