बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम का असर
लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह के अनुसार, “बृहस्पतिवार की शाम बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ है। इसके असर से मानसून की धारा में मजबूती आई है और शुक्रवार से दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छी मानसूनी बारिश की शुरुआत हो गई है। यह स्थिति अगले तीन से चार दिनों तक बनी रहेगी और धीरे-धीरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेगी।”
राहत की फुहारें: 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए प्रदेश के 19 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में कई स्थानों पर मूसलाधार बारिश दर्ज की गई है, जिससे तापमान में गिरावट आई है और लोगों को उमस से राहत मिली है। भारी बारिश की चेतावनी वाले जिले इस प्रकार हैं: प्रयागराज, वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर। इन जिलों में शुक्रवार से ही बादलों की गड़गड़ाहट और तेज़ हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। कुछ क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति भी देखी गई है।
वज्रपात और गरज-चमक: 39 जिलों में चेतावनी
मौसम विभाग ने 39 जिलों के लिए गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई है। इन क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने और बिजली गिरने के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। संबंधित जिलों में स्कूलों को भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की जाए।
गरज-चमक और वज्रपात की आशंका वाले जिले हैं:
प्रयागराज, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, बस्ती, गोंडा, लखनऊ, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, अयोध्या, फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, चित्रकूट, बांदा, जालौन, महोबा, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर।
तापमान में गिरावट, राहत भरी हवाएं
लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। दोपहर के समय भी मौसम सुहावना बना रहा। हवा में नमी की मात्रा बढ़ी है, जिससे रात में हल्की ठंडक का भी एहसास हो रहा है।
किसानों और आम जन को राहत
बारिश का यह दौर न केवल आम जनता के लिए राहत भरा है, बल्कि किसानों के लिए भी वरदान साबित हो सकता है। खेतों में सूखे की स्थिति बन रही थी और धान की रोपाई प्रभावित हो रही थी। अब मानसून की वापसी से उम्मीद की जा रही है कि खरीफ की फसलों को पर्याप्त पानी मिल पाएगा। बुंदेलखंड और तराई क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे उन इलाकों के किसानों को भी राहत मिल सकती है।
प्रशासन हुआ सतर्क, निर्देश जारी
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। विशेष रूप से बिजली विभाग, नगर निगम, राहत एवं बचाव विभाग को अलर्ट पर रखा गया है ताकि बारिश और वज्रपात से होने वाले किसी भी नुकसान से त्वरित निपटा जा सके। स्कूलों, कॉलेजों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
शनिवार को बारिश और बढ़ेगी
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, शनिवार को बारिश और तेज हो सकती है और इसका क्षेत्रीय विस्तार भी होगा। विशेष रूप से मध्यांचल, बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी के हिस्सों में भी बारिश की संभावना जताई गई है। क्या करें, क्या न करें (सावधानियां)
- तेज़ बारिश या गरज-चमक के समय खुले में न रहें।
- मोबाइल फोन, बिजली के खंभों, टावर आदि से दूरी बनाए रखें।
- खेतों या खाली मैदानों में अकेले न जाएं।
- घर की बिजली व्यवस्था को सुरक्षित रखें और आवश्यकता होने पर मेन स्विच बंद करें।
- बिजली गिरने की संभावना वाले समय में बच्चों को घर के अंदर ही रखें।