तेज कदमों में छिपा लंबी उम्र का राज
अमेरिका के साउथईस्टर्न राज्यों में की गई इस रिसर्च में करीब 79,856 लोगों को शामिल किया गया। नतीजों ने चौंकाने वाला सच बताया ,सिर्फ 15 मिनट रोजाना तेज चाल से चलना, मौत का खतरा करीब 20% तक घटा सकता है। वहीं, दिन में तीन घंटे से ज़्यादा धीमे चलने से भी फायदा तो मिला, लेकिन असर उतना गहरा नहीं था।
क्यों असरदार है तेज चाल से वॉक करना?
हर किसी के लिए आसान – यह लो-इंपैक्ट एक्टिविटी है, जिसे किसी भी उम्र, फिटनेस लेवल और लाइफस्टाइल में शामिल किया जा सकता है। दिल की क्षमता बढ़ाता है – तेज चाल एक एरोबिक एक्सरसाइज है, जो दिल की पंपिंग पावर और ऑक्सीजन सप्लाई को बेहतर बनाती है। बीमारियों का खतरा घटाता है – मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और खराब कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं पर काबू पाने में मदद करता है।
दिल और दिमाग, दोनों के लिए फायदेमंद
रिसर्च में पाया गया कि तेज चाल से वॉक करने का असर सबसे ज्यादा हृदय रोग और उससे होने वाली मौतों पर पड़ा, लेकिन इसका फायदा सभी प्रकार की बीमारियों से बचाव में भी देखा गया। कैसे अपनाएं तेज चाल वाली वॉक?
- रोज कम से कम 15–30 मिनट brisk walk को रूटीन में शामिल करें।
- मोबाइल या घड़ी से Pace ट्रैक करें, ताकि चाल धीमी न पड़े।
- ऑफिस ब्रेक, मार्केट जाते वक्त या कॉल पर बात करते हुए भी तेज कदम अपनाएं।