मानसून में योग करना क्यों जरूरी है
मानसून में वातावरण में अधिक नमी के कारण शरीर में थकान, सर्दी-जुकाम और पाचन की समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे समय में योग करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ती है और मानसिक तनाव भी कम होता है। नियमित योग अभ्यास मानसून के मौसम में शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने में सहायक होता है।भुजंगासन (Bhujangasana)
भुजंगासन एक योगासन है जो पीठ और पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह योगासन पाचन तंत्र को भी सुधारता है और शरीर को फिट रखने में मदद करता है।पेट के बल लेट जाएं, दोनों हाथों को कंधों के नीचे रखें और कोहनियों को पास में रखें। गहरी सांस लेते हुए धीरे-धीरे सिर और छाती को ऊपर उठाएं। नाभि तक शरीर को उठाकर कुछ समय रुकें, फिर सांस छोड़ते हुए वापस नीचे आ जाएं।
पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)
पश्चिमोत्तानासन एक योगासन है जो पीठ और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह योगासन शरीर को लचीला बनाने और तनाव कम करने में मदद करता है। इसे भी पढ़ें- Unhealthy Lifestyle in Monsoon: बारिश के मौसम में बीमार कर सकती हैं आपकी ये 6 नुकसानदायक आदतेंपश्चिमोत्तानासन कैसे करें
फर्श पर सीधे बैठें और दोनों पैरों को सामने फैलाएं। सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं, फिर सांस छोड़ते हुए आगे झुकें और हाथों से पैरों को पकड़ें। सिर को घुटनों से लगाने की कोशिश करें और कुछ देर इस स्थिति में रहें।
वृक्षासन (Vrikshasana)
वृक्षासन एक योगासन है जो शरीर को संतुलित और स्थिर बनाने में मदद करता है। यह योगासन एकाग्रता और ध्यान को बढ़ावा देता है और शरीर को फिट रखने में मदद करता है।सीधे खड़े हो जाएं और संतुलन बनाएं। अब एक पैर को मोड़कर उसके तलवे को दूसरे पैर की जांघ पर रखें। हाथों को नमस्कार मुद्रा में जोड़कर ऊपर उठाएं। कुछ समय इस मुद्रा में संतुलन बनाए रखें और फिर धीरे से वापस आएं।
शवासन (Shavasana)
शवासन एक योगासन है जो शरीर को विश्राम और तनावमुक्त करने में मदद करता है। यह योगासन शरीर को शांत और स्थिर बनाने में मदद करता है और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है।पीठ के बल सीधे लेट जाएं, हाथ और पैर थोड़े फैलाकर रखें। आंखें बंद करें और पूरे शरीर को ढीला छोड़ दें। सांस सामान्य रखें और शरीर व मन को पूरी तरह शांत होने दें। यह मुद्रा 5–10 मिनट तक करें।
सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar)
सूर्य नमस्कार एक पूर्ण योगासन है जो शरीर को फिट और स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह योगासन शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और लचीलापन बढ़ाने में मदद करता है।सूर्य नमस्कार में 12 चरण होते हैं। शुरुआत में सीधे खड़े होकर प्रणाम मुद्रा में आएं, फिर हाथ ऊपर उठाएं और धीरे-धीरे झुककर हाथ ज़मीन पर रखें। दाएं पैर को पीछे ले जाकर पीठ सीधी करें, फिर पुश-अप की स्थिति में आएं। अब पेट के बल लेटें और भुजंगासन करें। उसके बाद कुत्ते जैसी मुद्रा में आकर धीरे-धीरे वापसी करें और खड़े होकर प्रणाम में समाप्त करें।