अब तक आ चुके हैं कई मौसम पूर्वानुमान AI मॉडल
दरअसल, मौसम पूर्वानुमानकर्ता मौसमी जानकारी देने के लिए कई मॉडलों की मदद लेते हैं। माना जा रहा है कि इसमें अब एआइ की मदद से कम खर्च में अधिक सटीक पूर्वानुमान शीघ्रता से लगाया जा सकता है। जिन अनुमानों को लगाने में
में परंपरागत मॉडल से घंटों का समय लगता था, वही पूर्वानुमान अब सेकंडों में लग सकेंगे। oogle, Nvidia और Huawei जैसी कंपनियों ने भी AI -आधारित पूर्वानुमान मॉडल बनाए हैं।
मौसम ही नहीं, हीं वायु प्रदूषण का भी AI से लगा सकते हैं पूर्वानुमान
गौर करने की बात है कि ऑरोरा को न केवल मौसम, बल्कि ऐतिहासिक रूप से उपलब्ध डेटा वाले किसी भी ’अर्थ सिस्टम’ को संभालने के लिए बनाया गया है। इसका मतलब है कि उष्णकटिबंधीय चक्रवातों जैसी मौसम संबंधी घटनाओं के अलावा, वायु प्रदूषण और लहरों की ऊंचाई जैसे पूर्वानुमान भी हो सकेंगे। पेरिस पेर्डिकारिस, जो पेन्सिल्वेनिया विश्वविद्यालय से संबंध रखते हैं, उन्होंने कहा कि पहली बार, एक एआइ प्रणाली ने तूफान के पूर्वानुमान में सभी मौसम केंद्रों से बेहतर प्रदर्शन किया है। मेरा मानना है कि हम ‘वायु प्रणाली विज्ञान’ में ट्रां सफोर्मेशन युग की दहलीज पर हैं।